Bihar में होगा 200 किलोमीटर लंबे नए एक्सप्रेसवे का निर्माण, 13 गावों की जमीन होगी अधिग्रहण
Bihar News: बिहार के इस फोरलेन हाइवै के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया सटपट दौड़ रही हैं। मिली जानकारी के मुताबिक छह सदस्यीय प्रशासनिक टीम चिह्नित की गई भूमि का निरीक्षण कार्य पूरा कर चुकी हैं। रिपोर्ट तैयार होने के बाद कुछ और जमीन की अधिग्रहण की जरूरत होगी।
Bihar News: बिहार में पूर्वी चंपारण के अरेराज अनुमंडल इलाके में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अब तेज गति से चल भी रही है। आपको बता दे की जिससे राजधानी पटना से पश्चिमी चंपारण बेतिया तक एक नई फोरलेन सड़क बनाई जा रही हैं। यह सड़क चंपारण में ग्रीन बेल्ट से होकर गुजरेगी। इस फोरलेन सड़क का लगभग चालीस किलोमीटर (पटना से बेतिया तक) हिस्सा पूर्वी चंपारण में बना है।
जिले में अरेराज से बेतिया के बीच भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जिला भू-अर्जन कार्यालय के स्तर पर चल रही है। चिह्नित जमीन का निरीक्षण छह सदस्यीय प्रशासनिक टीम (सिक्समैन कमेटी) ने किया है। Sixman Committee अपनी रिपोर्ट बना रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इस बीच कुछ अतिरिक्त जमीन की मांग भी की है।
नई जमीन का अधिग्रहण करने के लिए आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी होने और रिपोर्ट जारी होने के बाद अगला चरण पूरा होगा। संयुक्त चंपारण के हरित क्षेत्र से गुजरने वाली 45 मीटर चौड़ी सड़क बनने से न सिर्फ क्षेत्र की आर्थिकी बदलेगी, बल्कि लोगों को बेहतर सेहत मिलेगी और पर्यटन के क्षेत्र में अधिक अवसर मिलेंगे। लोग आसानी से राज्य के सर्वश्रेष्ठ चिकित्सालय, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान से इलाज के लिए जुड़ जाएंगे।
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बेतिया से पटना की दूरी लगभग ढाई घंटे में पूरी हो जाएगी। पटना भी पूर्वी चंपारण के अरेराज से दो घंटे दूर होगा। इसका कारण यह है कि इस सड़क पर भारी वाहन नहीं होगा। पूर्वी चंपारण के 13 गांवों में आर्थिक स्थिति बदलेगी, चौर की जमीन सोना होगी नई सड़क बनाने के लिए पूर्वी चंपारण में अरेराज-बेतिया के बीच करीब 13 गांवों के चौर क्षेत्र में अधिकांश जमीन दी जानी है। भू-अर्जन की इस प्रक्रिया से भू-स्वामियों को उनकी चौर जमीन का सर्वाधिक मूल्य मिलेगा, बिना किसी बसावट या आबादी को प्रभावित किए। सड़क निर्माण के बाद स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। अर्थात होटल, रेस्तरां, पेट्रोल और सीएनजी पंप आदि का निर्माण होगा।
आर्थिक क्षेत्र से जुड़े लोगों का कहना है कि यह सड़क एक फोर लेन होगी। चंपारण उत्तर प्रदेश से आनेवाले लोगों के लिए राजधानी पटना तक पहुंचने में भी सहायक होगा। इस पर आनेवाला ट्रैफिक काम देगा। वहीं इलाके में पर्यटन की संभावनाओं को भी आसानी से पहुँचाया जा सकेगा। इस मार्ग से लोग आसानी से केसरिया बौद्ध स्तूप, सोमश्वरनाथ मंदिर, अरेराज और वाल्मीकि टाईगर रिजर्व से जुड़ सकेंगे।
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