UP के इन जिलों में बिछेगी 3 नई रेलवे लाइनें, 200 से ज्यादा गावों से गुजरेगी, मिले 5800 करोड़ रुपये
The Chopal, North Eastern Railway : पूर्वोत्तर रेलवे को 2024-25 में 5813 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। यह पिछले बजट के मुकाबले भले ही कम है लेकिन इस बार नई रेल लाइन और यात्री सुविधाओं के मद में इजाफा किया गया है। इस बार एनईआर में पूरा जोर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने पर है। यही वजह है कि ट्रैक के दोहरीकरण व तिहरीकरण के लिए सबसे ज्यादा 1057 और नई रेल लाइन के लिए 1025 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। यात्री सुविधाओं में पिछली बार की तुलना में डेढ़ गुना से अधिक 569 करोड़ रुपये बजट का आवंटन किया गया है।
उत्तर प्रदेश में तीन नई रेल लाइन की परियोजना अब रफ्तार पकड़ लेगी. एक अनुमान के मुताबिक इन तीन रेलवे लाइनों से लगभग 200 से ज्यादा गांव को भी फायदा होगा. पहली फरवरी को पेश हुए अंतरिम आम बजट में 5813 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जबकि पूरे यूपी के लिए 19575 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है। 2023-24 में 6900 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था। इसमें 900 करोड़ रुपये पीपीपी मॉडल के लिए निर्धारित था।
दोहरीकरण पर ज्यादा जोर
बजट में दोहरीकरण और तीसरी लाइन के लिए सबसे अधिक 1057 करोड़ रुपये मिले हैं। इससे गोरखपुर कैंट-वाल्मीकिनगर और भटनी-औड़िहार दोहरीकरण तथा कुसम्ही-गोरखपुर-डोमिनगढ़ तीसरी रेल लाइन के निर्माण कार्य में तेजी आएगी। हालांकि, इस बार पिछले साल के मुकाबले 475 करोड़ कम आवंटित हुआ है।
यात्री सुविधाओं की भी चिंता
पूर्वोत्तर रेलवे यात्री आधारित जोन है। ऐसे में यहां यात्री सुविधाओं के लिए 569करोड़ का बजट आवंटित हुआ है। इस बजट से स्टेशनों पर्याप्त संख्या में स्वचलित सीढ़ियां, लिफ्ट, अत्याधुनिक प्रतीक्षालय और खानपान यूनिट की सुविधाओं का विकास होगा। यात्री सुविधाओं के मद में पिछले साल महज 328 करोड़ का बजट मिला था।
तीन नई रेल लाइन को 1025 करोड़ की बूस्टर डोज
अंतरिम बजट (2024-25) में खलीलाबाद-श्रावस्ती-बलरामपुर नई रेल लाइन के लिए अब तक का सबसे अधिक 620 करोड़ और सहजनवा-दोहरीघाट रेल लाइन के लिए 110 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। इसके साथ ही आनंदनगर-घुघली रेल लाइन के लिए भी रिकॉर्ड 275 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है।
खलीलाबाद-श्रावस्ती-बलरामपुर रेल लाइन के प्रथम चरण में खलीलाबाद से बांसी तक लगभग 55 किमी रेल लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए 82 गांव के 260 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण का काम लगभग पूरा हो चुका है। लिडार सर्वे भी हो चुका है। संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती और बहराइच सहित कुल पांच जनपद को जोड़ने वाले इस रेलमार्ग पर कुल 32 स्टेशन होंगे। जिसमें चार जंक्शन, 16 क्रासिंग और 12 हाल्ट होंगे। इसके अलावा 34 बड़े और 86 छोटे पुल बनेंगे। इस लाइन के लिए 620 करोड़ मिलने से कार्य की गति काफी तेजी हो जाएगी।
तीन साल में बिछेगी लाइन
81 किमी लंबी सहजनवा-दोहरीघाट रेल लाइन तीन साल में बिछा दी जाएगी। यह प्रोजेक्ट तीन चरणों में पूरा होगा। पहला चरण मार्च 2025 में पूरा होगा। इसमें सहजनवा से बैदौली तक 27 किलोमीटर तक रेल लाइन बिछाई जाएगी। दूसरे चरण का काम मार्च 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसमें बैदौली से गोलाबाजार तक 29 किलोमीटर तक लाइन बिछाई जाएगी। तीसरे और अंतिम चरण का काम मार्च 2027 में पूरा हो जाएगा। इसमें गोलाबाजार से न्यू दोहरीघाट तक 25.5 किलोमीटर रेल लाइन बिछाई जाएगी। इस रेल लाइन पर भी ट्रेनें 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी।
दोहरीकरण और तीसरी लाइन के लिए मिले 1057 करोड़
इस बार अंतरिम बजट में एनईआर को सबसे अधिक धन दोहरीकरण और तीसरी लाइन के लिए (1057 करोड़ रुपये) मिला है। इससे गोरखपुर कैंट-वाल्मीकिनगर और भटनी-औड़िहार दोहरीकरण तथा कुसम्ही-गोरखपुर-डोमिनगढ़ तीसरी रेल लाइन के निर्माण कार्य में तेजी आएगी। कई अन्य सहूलियतें भी मिलेंगी। हालांकि इस बार दोहरीकरण और तीसरी लाइन के मद में एनईआर को पिछले बजट के मुकाबले 475 करोड़ रुपये कम आवंटित किए गए हैं।
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