Bihar से इन 2 राज्यों तक बिछाई जाएगी 375 किलोमीटर की नई रेल लाइन, 13605 करोड़ रूपये मंजूर

New railway line : ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (पंजाब के लुधियाना से बंगाल के दानकुनी तक) के तहत सोन नगर से अंडाल तक 375 किमी लंबे रेलवे रूट के लिए नौ सौ करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इस नए रूट के शुरू होने से मालगाड़ियों पर वर्तमान ट्रैक का बोझ पूरी तरह से हट जाएगा। नई लाइन पर मालगाड़ी चलाने से वर्तमान लाइन पर ट्रेनों की संख्या बढ़ सकेगी।

 

Bihar railway line : डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर योजना बनाई गई है ताकि ट्रेनों को जल्दी चलाया जा सके। ईस्टर्न डीएफसीसी ने इसके तहत पंजाब के लुधियाना से बंगाल के दानकुनी तक एक अलग रेलवे ट्रैक बनाया है। पं. दीनदयाल उपाध्याय मंडल में वर्तमान में पीडीडीयू नगर से सोननगर (चिरइलापौथु) तक एक लाइन शुरू की गई है। दूसरी ओर, लुधियाना से पीडीडीयू तक डीएफसीसी लाइन शुरू हो चुकी है। मालगाड़ियां इस पर दौड़ रही हैं। 16 अगस्त 2023 को केंद्रीय मंत्री मंडल की बैठक में लगभग 32,500 करोड़ रुपये की लागत से कुल 2339 किलोमीटर की सात मल्टी-ट्रैक परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। 

सोननगर अंडाल मल्टी ट्रैकिंग परियोजना इसका एक हिस्सा था। इसके लिए अब बजट में नौ सौ करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। सोननगर-अंडाल खंड लगभग 375 किमी॰ है। यह बिहार में सोननगर स्टेशन से शुरू होकर झारखंड के अंडाल स्टेशन पर पश्चिम बंगाल राज्य में समाप्त होता है। बीते अगस्त में 13,605.98 करोड़ रुपये की लागत से इस रेलवे रूट को मंजूरी मिली थी।

ये पढ़ें - UP के बिजली उपभोक्ताओं को अब मिल गई बड़ी राहत, इस तरीके से होगा बिजली बिल का पेमेंट

इस परियोजना में छह जंक्शन स्टेशन (न्यू काष्ठा, न्यू कोडरमा, न्यू गोमो, न्यू प्रधानखुंटा, न्यू मुगमा और न्यू अंडाल) बनाए जाएंगे। यही स्थान है जहां यह लाइन भारतीय रेलवे के पारंपरिक ट्रैक से जुड़ती है। वहीं न्यू कालीपहाड़ी स्टेशन पर एक केबिन है, जबकि न्यू रफीगंज, न्यू पहाड़पुर, न्यू हीरोडीह और न्यू केशवारी में चार क्रॉसिंग स्टेशन हैं। यह ट्रैक बिहार के औरंगाबाद और गया जिले से (133 km), झारखंड के कोडरमा, हज़ारीबाग, गिरिडीह और धनबाद जिले से (202 km) और पश्चिम बंगाल के पश्चिम वर्धमान जिले से (20 km) गुजरेगा। 

इसके शुरू होने से विभिन्न सामग्री, जैसे खाद्यान्न, उर्वरक, कोयला, सीमेंट, फ्लाई-ऐश, लोहा, तैयार इस्पात, क्लिंकर, कच्चा तेल, चूना पत्थर, खाद्य तेल, आदि, तेज गति से परिवहन किया जा सकेगा। वहीं वर्तमान ट्रैक पर मालगाड़ियों के बोझ से मुक्त होने से इस पर अधिक ट्रेनें चल सकेंगे। यात्रियों को इससे फायदा होगा।

70 आरओबी या आरयूबी बनेंगे

पीडीडीयू जिला सोननगर-अंडाल रेल खंड में वर्तमान में सत्तर समपार फाटक हैं। आरओबी या आरयूबी से इन्हें समाप्त किया जाएगा। इस भाग में फल्गु नदी और बराकर नदी को पार करने वाले दो महत्वपूर्ण पुल हैं। इसमें पांच सुरंगें और 56 प्रमुख पुल भी हैं। इनकी लंबाई लगभग 2.64 किमी होती है। रेलवे क्षेत्र सहित इस क्षेत्र की लगभग 97 प्रतिशत जमीन अधिग्रहण पूरी हो चुकी है।

ये पढ़ें - UP के 9 जिलों से अंदर से जाएगा 380 किलोमीटर ये नया हाईवे, जमीन अधिग्रहण हो गया शुरू