राजस्थान के इन जिलों में बिछेगी 380 किमी. लंबी रेल लाइन, सर्वे मंजूरी से इलाके में खुशी
Rajasthan New Railway Line: राजस्थान, जो एक समय पर कमजोर ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी के लिए जाना जाता था, अब तेजी से बदल रहा है। राज्य में अब रेलवे और सड़क दोनों इंफ्रास्ट्रक्चर पर काफी काम हो रहा है, जिससे दूरदराज़ के इलाके, ग्रामीण क्षेत्र और छोटे शहर भी मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं। रेल, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और बाड़मेर-जैसलमेर सांसद एवं रेलवे की संसदीय स्थायी समिति के सदस्य उम्मेदाराम बेनीवाल का पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई ने प्रदेश में 380 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन की स्वीकृति के लिए अपना आभार व्यक्त किया है।
Rajasthan Rail Project : राजस्थान को आवागमन कनेक्टिविटी के मामले में पिछड़ा हुआ माना जाता था, लेकिन अभी रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के अलावा रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदेश में तेजी से विकसित हो रहा है. राजस्थान में 380 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछेगी जिससे प्रदेश के कई जिलों में आम जनता के लिए बड़ी सहूलियत मिलने वाली है. रेलवे लाइन की बन जाने के बाद लोग कम पैसों में आसान सफर का मजा उठा सकेंगे. इस महत्वपूर्ण रेलवे रूट की डीपीआर और सर्वे के लिए राशि मंजूर कर ली गई है. इस रेलवे रूट की मंजूरी के बाद अब इलाके वासियों ने आभार व्यक्त किया है.
10 करोड़ रुपए की स्वीकृति
राजस्थान में जैसलमेर-बाड़मेर-सांचौर-भाभर रेलवे परियोजना (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) और सर्वे के लिए 10 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिलने पर स्थानीय लोग खुश हैं। रेल, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और बाड़मेर-जैसलमेर सांसद एवं रेलवे की संसदीय स्थायी समिति के सदस्य उम्मेदाराम बेनीवाल का पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई ने आभार व्यक्त किया हैं.
लंबे समय से इस परियोजना की मांग
बिश्नोई ने कहा कि सांचौर और नेहड़ के लोगों ने लंबे समय से इस परियोजना की मांग की है। बिश्नोई ने कहा की जुलाई 2021 और अप्रेल 2023 में, उन्होंने खुद रेल मंत्री से मुलाकात की और जैसलमेर-बाड़मेर-सांचौर-भाभर रेलवे लाइन को मंजूरी देने की मांग की। रेल मंत्री वैष्णव ने मांग को गंभीरता से लेते हुए विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए थे.
किसानों को मिलेगा बड़ा फायदा
इसके लिए सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने भी लगातार प्रयास किए। बिश्नोई ने कहा कि इस रेल परियोजना सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगी और सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों को यातायात में सुविधा मिलेगी। यह रेललाइन जैसलमेर-बाड़मेर-सांचौर क्षेत्र के व्यावसायिक लोगों के लिए वरदान साबित होगी। साथ ही, इस परियोजना से किसानों को उनकी फसल को बड़ी मंडियों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी क्योंकि क्षेत्र में नर्मदा जल से भरपूर फसल उत्पादन हो रहा है। रणखार कंजर्वेशन पार्क और पथमेड़ा गोशाला को इससे नया आयाम मिलेगा, उन्होंने कहा। यह परियोजना शिक्षा, रोजगार और व्यवसाय के नए अवसरों को विद्यार्थियों, उद्यमियों और व्यापारियों के लिए खुला देगी।