UP में इस जिले के 53 गांव विकास प्राधिकरण की सीमा में होंगे शामिल
UP News :उत्तर प्रदेश में शामली के 53 गांवो को मुजफ्फरनगर की सीमा में शामिल किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही सीमा अधिसूचना जारी होने की उम्मीद है। शामली के इन गांव को मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की सीमा में होने के बाद अनेक प्रकार के विकास कार्यों का लाभ मिलने वाला है।
Nov 21, 2024, 06:45 IST

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अपने प्रदेश के जिलों की सीमा बढ़ाने की योजना चल रही है। जिसके अंतर्गत मीरापुर विधानसभा उपचुनाव के बाद यूपी के जिले शामली के 53 गांवो को मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण जिले की सीमा में शामिल होने की संभावना है। जिससे इन गांवों को बड़ा लाभ मिलने वाला है।
शामली नगर पालिका परिषद की सीमा खत्म होने के बाद मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण और प्राधिकरण की सीमा खत्म होने के बाद जिला पंचायत की सीमा शुरू होती है। मुजफ्फरनगर रोड पर कुडाना मोड़, भैसवाल रोड पर शामली मंडी, करनाल रोड पर आरके पीजी कालेज, दिल्ली रोड पर देशभक्त इंटर कालेज, पानीपत रोड पर गुलजारी वाला मंदिर, मेरठ रोड पर शामली रेलपार बाईपास पर नगरपालिका की सीमा खत्म होकर मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की सीमा शुरू हो रही है।
प्राधिकरण की सीमा जिला मुख्यालय पर मेरठ- करनाल, दिल्ली-शामली सहारनपुर, पानीपत खटीमा हाईवे के बाईपास तक आबादी के रूप में पहुंच गई है। डेढ़ साल पहले प्राधिकरण की सीमा विस्तार का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ को भेजा गया था। प्रस्ताव में कैराना, शामली और ऊन तहसील के 53 गांवों और सभी बाईपास को शामिल किया गया है। शासन की ओर से प्रस्ताव में शामिल किए गए 53 गांवों और तहसील, बाईपास के नामों के शुद्धीकरण का सत्यापन तीनों तहसील के एसडीएम से कराकर एक साल पहले रिपोर्ट शासन को जा चुकी है।
तीन दिन पहले लखनऊ में विकास प्राधिकरण के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में सचिव और उपाध्यक्षों की मासिक बैठक हुई। मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कविता मीणा ने बताया कि मीरापुर विधानसभा उप चुनाव के बाद मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की शामली जिले की सीमा विस्तार की अधिसूचना उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ से जारी होने की संभावना है। मीरापुर विधानसभा का मतदान 20 नवंबर को होगा। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद चुनाव आचार संहिता खत्म होगी। इसके बाद नए कार्य शुरू होंगे।
शामली नगर पालिका परिषद की सीमा खत्म होने के बाद मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण और प्राधिकरण की सीमा खत्म होने के बाद जिला पंचायत की सीमा शुरू होती है। मुजफ्फरनगर रोड पर कुडाना मोड़, भैसवाल रोड पर शामली मंडी, करनाल रोड पर आरके पीजी कालेज, दिल्ली रोड पर देशभक्त इंटर कालेज, पानीपत रोड पर गुलजारी वाला मंदिर, मेरठ रोड पर शामली रेलपार बाईपास पर नगरपालिका की सीमा खत्म होकर मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की सीमा शुरू हो रही है।
प्राधिकरण की सीमा जिला मुख्यालय पर मेरठ- करनाल, दिल्ली-शामली सहारनपुर, पानीपत खटीमा हाईवे के बाईपास तक आबादी के रूप में पहुंच गई है। डेढ़ साल पहले प्राधिकरण की सीमा विस्तार का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ को भेजा गया था। प्रस्ताव में कैराना, शामली और ऊन तहसील के 53 गांवों और सभी बाईपास को शामिल किया गया है। शासन की ओर से प्रस्ताव में शामिल किए गए 53 गांवों और तहसील, बाईपास के नामों के शुद्धीकरण का सत्यापन तीनों तहसील के एसडीएम से कराकर एक साल पहले रिपोर्ट शासन को जा चुकी है।
तीन दिन पहले लखनऊ में विकास प्राधिकरण के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में सचिव और उपाध्यक्षों की मासिक बैठक हुई। मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कविता मीणा ने बताया कि मीरापुर विधानसभा उप चुनाव के बाद मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की शामली जिले की सीमा विस्तार की अधिसूचना उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ से जारी होने की संभावना है। मीरापुर विधानसभा का मतदान 20 नवंबर को होगा। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद चुनाव आचार संहिता खत्म होगी। इसके बाद नए कार्य शुरू होंगे।