Delhi Metro में रोजाना 55 से 60 लाख सफर करने वाले यात्रियों को बड़ी राहत, जानें ताज़ा अपडेट

दिल्ली मेट्रो से सफर करने वाले यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। अब यात्रियों को एक मेट्रो लाइन से दूसरी में सफर करने के लिए अधिक चलना नहीं पड़ेगा। मेट्रो फेज चार में इंटरचेंज स्टेशन की दूरी कम की गई है।
 

Delhi : दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए इंटरचेंज स्टेशन को पास बनाने के लिए निर्माण कार्य कर रही है। इससे यात्रियों का एक से दूसरे स्टेशन पर जाने के लिए इंटरचेंज में लगने वाला काफी समय बचेगा। इसमें फेज चार में जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कॉरिडोर में सबसे कम 100 मीटर का इंटरचेंज स्टेशन होगा।

164 मीटर का होगा सबसे लंबा इंटरचेंज

फेज चार में सबसे लंबा इंटरचेंज पीरागढ़ी में 164 मीटर का होगा, जो ग्रीन व मजेंटा लाइन को फुटओवर ब्रिज से जोड़ेगा। साथ ही पीतमपुरा से रेड व मजेंटा लाइन के लिए इंटरचेंज की दूरी 146 मीटर की होगी। निर्माणाधीन जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कॉरिडोर पर इंटरचेंज स्टेशनों की दूरी फेज तीन के मुकाबले कम होगी। पुराने और नए स्टेशनों के बीच सभी स्थानों पर 200 मीटर से कम दूरी होगी। ऐसे में यात्रियों को एक कॉरिडोर से दूसरे में जाना आसान हो जाएगा।

फेज तीन में दूरी अधिक

फेज तीन में कई मेट्रो स्टेशनों पर लंबे इंटरचेंज स्टेशन हैं। इससे एक से दूसरी लाइन पर जाने में लगभग 5-10 मिनट लग जाते हैं। इनकी दूरी कम करने के लिए इंटरचेंज स्टेशन एक-दूसरे के करीब बनाए जा रहे हैं। मौजूदा समय में वायलेट-मजेंटा लाइन पर कालकाजी मेट्रो स्टेशन में 260 मीटर का इंटरचेंज है। ब्लू-पिंक लाइन में राजौरी गार्डन में 300 मीटर इंटरचेंज है। साथ ही दो स्टेशनों के बीच सबसे लंबा पिंक लाइन पर दुर्गाबाई देशमुख साउथ कैंपस और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर धौला कुआं के बीच इंटरचेंज की दूरी करीब 1.2 किमी है। ऐसे में फेज चार में यात्रियों के लिए इंटरचेंज की दूरी को कम किया जा रहा है। 

40 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा

मेट्रो फेज-चार में निर्माणाधीन तीन कॉरिडोर मजलिस पार्क-मौजपुर कॉरिडोर, तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर, जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कॉरिडोर का अब तक 40 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो गया है। इन कॉरिडोर पर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने निर्माण कार्य की गति बढ़ाई है। खास बात यह है कि तीनों कॉरिडोर पर चालक के बिना मेट्रो दौड़ेगी। बता दें कि इन तीन कॉरिडोर में अभी पूरा कार्य होने पर लगभग तीन वर्ष लगेंगे। ऐसे में वर्ष 2026 तक फेज- चार के कॉरिडोर तैयार हो पाएंगे।

65.10 किलोमीटर है तीनों कॉरिडोर की लंबाई

फेज चार में तीन कॉरिडोर की कुल लंबाई 65.10 किलोमीटर होगी। इसका 38.01 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड और 27.08 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत होगा। तीनों कॉरिडोर पर 45 स्टेशन बनाए जाने हैं। इनमें मजलिस पाक-मौजपुर कॉरिडाेर 12.55 किलोमीटर, जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कॉरिडोर 28.92 किलोमीटर व तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर 23.62 किलोमीटर है।

कुल 288 स्टेशन हैं

मेट्रो के 393 किलोमीटर के नेटवर्क में कुल 288 स्टेशन (नोएडा-ग्रेनो कॉरिडोर और रैपिड मेट्रो, गुरुग्राम के साथ) हैं। डीएमआरसी के प्रधान अधिशासी निदेशक अनुज दयाल ने बताया कि मेट्रो फेज चार में इंटरचेंज स्टेशनों को एक-दूसरे के करीब बनाया जा रहा है। इससे यात्रियों को एक से दूसरी लाइन पर जाने के लिए कम समय लगेगा।

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