MP से हैदराबाद तक 768 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे, 150 किमी कम करेगा दुरी

Indore-Hyderabad Expressway : देश के दो राज्यों को जोड़ने के लिए योजना बनाई जा रही है। केंद्र सरकार द्वारा मध्य प्रदेश और तेलंगाना को जोड़ने के लिए 768 किलोमीटर लंबी एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण हो जाने पर कई शहरों को फायदा मिलने वाला है। और इसी के साथ इंदौर से हैदराबाद के बीच 150 किलोमीटर दूरी भी कम हो जाएगी।

 

150 KM Distance, Expressway : इंदौर हैदराबाद एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य ने गति पकड़ ली है। पिछले साल शुरू किया गया काम अब आकार लेने लगा है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण हो जाने पर रोजगार के आयाम स्थापित होंगे। इस रोड के मूर्त रूप लेने के बाद कई जिलों को फायदा होगा। 

दर्यापुर रोड पर ओवर ब्रिज निर्माण के लिए पिलर खड़े हो गए हैं। नीचे से दर्यापुर रोड जाएगा। इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेस हाइवे 15 हजार करोड़ का है, जिसमें 768 किमी की सड़क मप्र के खंडवा, बुरहानपुर से होकर जलगांव से नांदेड़ होकर महाराष्ट्र तेलंगना तक जाएगी। इसमें बुरहानपुर से इच्छापुर तक की सड़क भी बनेगी। पूरा रोड इंदौर तेजाजीनगर से शुरू होकर खरगोन, बलवाड़ा से धनगांव से बोरगांव से बुरहानपुर, इच्छापुर से जलगांव के मुक्ताईनगर से होते हुए आगे जाएगी। अभी बोरगांव से धनगांव का काम लगभग पूरा हो गया है।

150 किमी. कम हो जाएगी दूरी

इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेस-वे के शुरू होने के बाद इंदौर और हैदराबाद की दूरी 150 किलोमीटर कम हो जाएगी। इस 768 किलोमीटर के प्रोजेक्ट का काम पूरा करने का लक्ष्य मार्च 2025 रखा गया है। इस प्रोजेक्ट के बनते ही एमपी एक बड़े लॉजिस्टिक हब के रूप में सामने आएगा।

नेशनल हाइवे ऑथोरिटी (एनएचए) के अफसरों के मुताबिक बोरगांव बुजुर्ग से शाहपुर तक 15 फीसदी के करीब काम हुआ है। कांक्रिट लेवल का काम अभी चल रहा है। कांक्रिट लेवल के बाद आगे का स्ट्रक्चर उठना शुरू हो जाएगा। कई जगह कुछ काम होने से स्ट्रक्चर दिखने लगा है। दर्यापुर रोड पर ओवर ब्रिज निर्माण के लिए पिलर खड़े हो गए हैं जिसके नीचे से दर्यापुर रोड जाएगा।

बुरहानपुर शहर के बाहर से निकलेगा हाईवे

इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेस वे बुरहानपुर शहर में प्रवेश नहीं करेगा। यह झिरी से डायवर्ट हो रहा है, जो नेपानगर जाने वाले बसाड़ रोड से आगे जैनाबाद फाटे के पास दर्यापुर रोड से होते हुए शाहपुर की ओर जाएगा। इससे शहर में बड़े वाहन प्रवेश नहीं करेंगे। दुर्घटनाओं में कमी आएगी। दो बड़े ब्रिज बनेंगे एक ताप्ती नदी पर दूसरा मोहना नदी ब्रिज पर है।