राजस्थान में बिछेगी एक नई रेल लाइन, 4 जिलों की पलटेगी किस्मत, 58KM घटेगी दूरी
Rajasthan rail Project: सांसद ने बताया कि इस नई रेल लाइन के चालू होने से ब्यावर से जोधपुर की दूरी करीब 58 किलोमीटर कम हो जाएगी। इससे न केवल यात्रा का समय घटेगा, बल्कि माल ढुलाई और औद्योगिक गतिविधियों को भी गति मिलेगी। मारवाड़ क्षेत्र के लिए यह परियोजना आर्थिक और सामाजिक विकास की दृष्टि से अहम मानी जा रही है।
Bilara-Ras new railway line: राजस्थान के पाली संसदीय क्षेत्र से सांसद पीपी चौधरी ने दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी कुमार वैष्णव से मुलाकात कर क्षेत्र से जुड़ी महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं और सेवाओं को लेकर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने लंबे समय से लंबित बिलाड़ा–रास नई रेल लाइन परियोजना को शीघ्र मंजूरी देने की मांग को दोहराया और इसे मारवाड़ क्षेत्र के लिए बेहद आवश्यक बताया।
सांसद पीपी चौधरी ने रेल मंत्री को अवगत कराया कि बिलाड़ा–रास नई रेल लाइन की फिजिबिलिटी स्टडी वर्ष 2022-23 में पूरी हो चुकी है। प्रस्तावित रेल मार्ग की कुल लंबाई 52.6 किलोमीटर है और इसके निर्माण पर अनुमानित 850 करोड़ रुपये की लागत आएगी। उन्होंने कहा कि इस रेल लाइन के बन जाने से पाली, अजमेर, जोधपुर और नागौर जिलों को सीधा लाभ मिलेगा और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार होगा।
ब्यावर–जोधपुर की दूरी होगी कम
सांसद ने बताया कि इस नई रेल लाइन के चालू होने से ब्यावर से जोधपुर की दूरी करीब 58 किलोमीटर कम हो जाएगी। इससे न केवल यात्रा का समय घटेगा, बल्कि माल ढुलाई और औद्योगिक गतिविधियों को भी गति मिलेगी। मारवाड़ क्षेत्र के लिए यह परियोजना आर्थिक और सामाजिक विकास की दृष्टि से अहम मानी जा रही है।
हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सर्वे और व्यवहार्यता अध्ययन पूरे हो जाने के बावजूद परियोजना को अब तक वित्तीय स्वीकृति नहीं मिल पाई है, जिसके कारण इसका क्रियान्वयन अटका हुआ है। सांसद ने रेल मंत्री से आग्रह किया कि इस परियोजना को शीघ्र स्वीकृति प्रदान कर निर्माण कार्य शुरू कराया जाए।
गोडवाड़ एक्सप्रेस शुरू करने की मांग
बैठक के दौरान सांसद पीपी चौधरी ने मुंबई सेंट्रल और मारवाड़ जंक्शन के बीच रात्रिकालीन सुपरफास्ट रेल सेवा ‘गोडवाड़ एक्सप्रेस’ शुरू करने का भी आग्रह किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इस रूट पर सूर्यनगरी और रणकपुर एक्सप्रेस ही प्रमुख साधन हैं, लेकिन इन ट्रेनों का समय यात्रियों के अनुकूल नहीं है। सांसद के अनुसार, मुंबई से रवाना होने के बाद ये ट्रेनें देर रात पाली और सिरोही जैसे स्टेशनों पर पहुंचती हैं, जिससे खासकर महिला यात्रियों और बुजुर्गों को परेशानी होती है। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि कोई सुपरफास्ट ट्रेन शाम 7-8 बजे मुंबई सेंट्रल से रवाना होकर सुबह 7-8 बजे मारवाड़ जंक्शन पहुंचे, तो यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
जवाई स्टेशन के नाम परिवर्तन का प्रस्ताव
पीपी चौधरी ने जवाई रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर ‘सुमेरपुर–जवाई बांध’ किए जाने का प्रस्ताव भी रेल मंत्री के समक्ष रखा। उनका कहना था कि जवाई बांध क्षेत्र की पहचान पर्यटन और जल संसाधन के रूप में है, इसलिए स्टेशन का नाम स्थानीय पहचान से जोड़ा जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने मारवाड़ जंक्शन पर स्वर्ण जयंती राजधानी एक्सप्रेस (12957/58) और जवाई बांध स्टेशन पर गरीब रथ एक्सप्रेस (12215/16) समेत अन्य महत्वपूर्ण ट्रेनों के ठहराव की भी मांग की।
पाली से दिल्ली के लिए सीधी ट्रेन की जरूरत
सांसद ने पाली को राजधानी दिल्ली से सीधे जोड़ने वाली रेल सेवा की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि पाली एक प्रमुख औद्योगिक नगरी, पर्यटन केंद्र और शिक्षा का हब है, लेकिन इसके बावजूद दिल्ली के लिए कोई सीधी रेल सेवा उपलब्ध नहीं है। इससे व्यापारियों, विद्यार्थियों और आम यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है। सांसद पीपी चौधरी ने उम्मीद जताई कि रेल मंत्रालय इन मांगों पर गंभीरता से विचार करेगा और आने वाले समय में मारवाड़ क्षेत्र को बेहतर रेल कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा।