UP के इन बिजली उपभोक्ताओं पर एक्शन शुरू, रात को भी नहीं सोने देगा विभाग

UP News: उत्तर प्रदेश में बिजली बकायदारों (Electricity Defaulters) की नींद हराम होने वाली है. यूपी पावर कॉपोरेशन (UP Power Corporation) ने बकायदारों ने बिजली बिल जमा कराने के लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया है. इसके तहत बकायदारों को पत्र लिखे जाएंगे और रात में फोन किए जाएंगे.

 

UP News: उत्तर प्रदेश में बिजली बकायदारों (Electricity Defaulters) की नींद हराम होने वाली है. यूपी पावर कॉपोरेशन (UP Power Corporation) ने बकायदारों ने बिजली बिल जमा कराने के लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया है. इसके तहत बकायदारों को पत्र लिखे जाएंगे और रात में फोन किए जाएंगे.

आपने कई ऐसे लोगों को देखा होगा जिन्होंने लंबे समय से बिजली का भुगतान नहीं किया होगा. बिना बिजली का बिल जमा कराए लोग आराम से बिजली (Electricity Defaulters) का इस्तेमाल कर रहे हैं, मगर अब यह ज्यादा दिन चलने वाला नहीं है. बिल जमा न कराने की वजह से को करोड़ों रुपये का नुकसान होता है. इस नुकसान की भरपाई के लिए अभियान चलाया जाएगा. उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन (UP Power Corporation) ने वसूली के लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया है. इसके तहत अब बकायदारों को पत्र लिखे जाएंगे और रात में फोन किए जाएंगे. अब बिजली बकायदारों की नींद हराम होने वाली है. 

बिजली बकायदारों पर सरकार सख्त 

बिजली बकायदारों (electricity defaulters) पर उत्तर प्रदेश सरकार सख्त होने जा रही है. बिजली बिला जमा न कराने की वजह से राजस्व का घाटा हो रहा है. इसे पूरा करने के लिए वसूली अभियान चलाया जाएगा.

पावर कॉपोरेशन के तय किया है कि जिन उपभोक्ताओं को बिजली बिल जमा कराने के लिए लेटर भेजे जाएंगे. इसके साथ ही बड़े बकायेदारों को रात में फोन किए जाएंगे फोन. पावर कॉर्पोरेशन के निशाने पर सिर्फ उपभोक्ता ही नहीं सरकारी विभाग भी होंगे. ऐसे विभागों को भी नियमित बकाया जमा करने के लिए पत्र भेजने का निर्देश दिया गया है, जिन्होंने बिजली का भुगतान नहीं किया है.

सरकारी विभागों से भी होगी वसूली

उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन (Uttar Pradesh Power Corporation) अब घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं के साथ-साथ शासकीय बकायेदारों पर भी शिकंजा कसेगा. राजस्व बढ़ाने के लिए सरकारी विभागों पर लंबे समय से चल रहे बकाये की वसूली के लिए अभियान चलेगा. इसके तहत पीडब्ल्यूडी, सिंचाई विभाग, जल संस्थान, मार्ग प्रकाश, जल निकास, बेसिक शिक्षा विभाग को नियमित बकाया जमा करने के लिए पत्र भेजने का निर्देश दिया गया है. इस साल सिंचाई विभाग से 758 करोड़, मार्ग प्रकाश विभाग से 1225 करोड़ रुपये और विकेंद्रीकरण निगमों से 3449 करोड़ रुपये की वसूली की जाएगी.

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