NCR के इस शहर वालों के लिए अलर्ट, इन पाॅश कॉलोनियों में अब नहीं हो पाएगा नया निर्माण, लगाई गई रोक

NCR :गुरुग्राम वालों के लिए जरूरी अलर्ट। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि एनजीटी ने गुरुग्राम शहर की पॉश कॉलोनी मेफिल्ड गार्डन में नए निर्माणों पर रोक लगा दी है। एनजीटी ने हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को इसके आदेश दिए हैं। इस अपडेट से जुड़ी पूरी डिटेल जानने के लिए खबर के साथ अंत तक बने रहे। 

 

The Chopal : गुरुग्राम में रहने वालों के लिए जरूरी खबर है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने गुरुग्राम शहर की पॉश कॉलोनी मेफिल्ड गार्डन में नए निर्माणों पर रोक लगा दी है। एनजीटी ने हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को इसके आदेश दिए हैं। एनजीटी ने गुरुवार को हुई सुनवाई के दौरान एचएसपीसीबी को दिए आदेश में कहा कि मेफिल्ड गार्डन में पर्यावरण मंजूरी का उल्लंघन नहीं हो। इसको लेकर शनिवार को ओर्चिड आईलैंड सोसाइटी की आरडब्ल्यूए ने इसकी जानकारी दी है।

दरअसल, मेफिल्ड गार्डन कॉलोनी 327 एकड़ से अधिक में फैली है और इसकी सीमाएं सेक्टर-47, 50, 51, 52 और 57 से लगती हैं। इस कॉलोनी में बिल्डर ने पर्यावरण के नियमों का घोर उल्लंघन किया और पर्यावरण को भारी हानि पहुंचाई। बिना पर्यावरण मंजूरी के इतनी बड़ी कॉलोनी विकसित कर दी गई। इसके लिए मेफिल्ड गार्डन की एक आरडब्ल्यूए ओर्चिड आईलैंड रैजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने एनजीटी में याचिक लगाई थी।

सुनवाई के दौरान एनजीटी ने पाया कि मामला गंभीर है। मामले की अगली सुनवाई 10 जुलाई को है। आरडब्यूए की पैरवी करने वाले वकील ने बताया कि यह बहुत बड़ा घोटाला है। कॉमन एरिया को सैकड़ों करोड़ रुपये में बेच दिया गया। बिल्डर को इस एरिया बेचने का अधिकार नहीं है। यह डीटीसीपी एवं संबंधित विभागों की मिलीभगत से किया जा रहा है।

बिल्डर के खिलाफ बार-बार शिकायत की गई, लेकिन संबंधित अधिकारियों की मिलीभगत से उसे बार-बार हटा लिया गया और गैर कानूनी तरीके से अवैध निर्माण बदस्तूर जारी है। ना तो बिल्डर ने पर्यावरण मंजूरी (ईसी) ली और ना ही उसके पास कंसेंट टू ईस्टबिलिस और ना ही कंसेंट टू ऑपरेट है। इसके अलावा बड़े पैमाने पर भूजल का गैर कानूनी रूप से प्रयोग किया जा रहा है। 

संपत्तिकर सत्यापन के लिए अभियान-

एनडीसी हरियाणा पोर्टल पर संपत्तिकर डाटा को स्वयं सत्यापन करवाने के लिए नगर निगम ने शनिवार को अभियान चलाया गया। इसके तहत शिविर लगाए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अब निगम के कर्मचारियों ने घर-घर जाकर डाटा स्वयं सत्यापन की सुविधा उपलब्ध करवानी शुरू की है।

निगम के आयुक्त द्वारा जारी निर्देशों की पालना में सभी जोन के टैक्स अधिकारी व कर्मचारी अपने क्षेत्रों में शिविर के माध्यम से संपत्ति मालिकों को सुविधा प्रदान कर रहे हैं। शनिवार को सेक्टर-107 स्थित सिग्नेचर ग्लोबल सोलेरा सोसायटी, साउथ सिटी-1 आदि क्षेत्रों में विशेष कैंप लगाए गए। शिविर ऐसे ही लगाए जाएंगे।