मात्र 40 मिनट हो जाएगा 4 घंटे का सफर, बनने जा रही है एशिया की सबसे ऊंची सुरंग

Jojila Tunnel Update : जोजीला सुरंग समुद्र तल से 3,000 मीटर से ऊपर बन रही है। यह एशिया में बनने वाली सबसे ऊंची सुरंग है। वर्तमान में, जोजिला का मार्ग वर्ष में लगभग सात महीने बंद रहता है। इस सुरंग के पूरा होने से भी बॉर्डर पर तैनात सेना को बहुत फायदा होगा।
 

The Chopal (India's Highest Tunnel) : लद्दाख के करगिल जिले में जोजिला सुरंग बन रही है। हिमालय के बीच से सोनमार्ग और द्रास शहर को जोड़ने के लिए एक सुरंग बनाई जा रही है। 14.2 किलोमीटर लंबाई की सुरंग है। श्रीनगर-लेह-लद्दाख हाइवे हर साल बंद हो जाता है जब श्रीनगर, लेह और लद्दाख में भारी बर्फबारी होती है, लेकिन इस सुरंग के पूरा होने के बाद हर साल आवाजाही जारी रहेगी।

जोजीला सुरंग समुद्र तल से 3,000 मीटर से ऊपर बन रही है। यह एशिया में बनने वाली सबसे ऊंची सुरंग है। वर्तमान में, जोजिला का मार्ग वर्ष में लगभग सात महीने बंद रहता है। इस सुरंग के पूरा होने से भी बॉर्डर पर तैनात सेना को बहुत फायदा होगा।

2018 में मंजूरी मिली, चार घंटे और चालीस मिनट का सफर होगा।

भारत सरकार ने जोजिला सुरंग परियोजना को जनवरी 2018 में अनुमोदित किया था, लेकिन मई 2018 में इसका निर्माण शुरू नहीं हो सका। मीनामर्ग से सोनमार्ग के बीच अभी चार घंटे की यात्रा लगती है। सुरंग बनने के बाद 40 मिनट का समय लगेगा।

2020 में शुरू होगा 13 किमी का रास्ता

वर्तमान में बालटाल से मीनामार्ग की दूरी 40 किलोमीटर है। सुरंग तक यह सिर्फ 13 किलोमीटर हो जाएगा। यह सुरंग मई 2018 में प्रधानमंत्री मोदी ने आधारशिला रखी थी, लेकिन 2020 तक काम नहीं चल सका। अगस्त 2020 में फिर से कार्य शुरू हुआ।

यह जोजिला टनल में विशेष है

जोजिला सुंरग रोड के दोनों तरफ हर 750 मीटर पर इमर्जेंसी लेबाई बनाए जा रहे हैं। हर 125 मीटर पर इमर्जेंसी कॉल सेवा है। सुरंग में ऑटोमेटिक आग नियंत्रण सिस्टम, मैनुअल आग अलार्म बटन और सीसीटीवी कैमरे लग रहे हैं।

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