Haryana में मौसम के हालत खराब, ओलावृष्टि से गेहूं और सरसों की फसल बर्बाद, 4 जिलों में रेड अलर्ट जारी 
 

Haryana News : हरियाणा में पिछले 12 घंटे से मौसम का मिजाज बिगड़ गया हैं। प्रदेश में दूसरी बार मौसम के हालत नाजुक बने हुए हैं। किसान सरसों की फसल काट रहे थे। मौसम की मार किसानों पर पड़ी हैं।  हरियाणा के 4 जिलों में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में ओलों के साथ खूब बारिश ने तांडव मचा रखा हैं। पढ़ें पूरी खबर- 

 

The Chopal : हरियाणा में मार्च महीने की शुरू में बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं और सरसों की फसलों भारी नुकसान हुआ था। प्रदेश में अब सरसों व गेंहू की फसल करीब तैयार थी। लेकिन अब मौसम की मार से किसानों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।  हरियाणा में मार्च में मौसम दूसरी बार बदल गया है। ओलों के साथ यहां बारिश हो रही है। इसके कारण मौसम विभाग ने पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र और कैथल सहित चार जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। शेष जिलों में येलो और ऑरेंज अलर्ट हैं। यहां हवाएं 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से भी चलेंगी।

पिछले बारह घंटे से सूबे के पांच जिलों में परिस्थितियां बिगड़ गई हैं। ये रेवाड़ी, गुरुग्राम, पलवल, सोनीपत और फरीदाबाद हैं। मार्च से पहले दो और तीन मार्च को भी ऐसा ही मौसम था और ओलों के साथ बहुत बारिश हुई थी। जहां इस बारिश से मौसम सुहावना हो गया है वहीं, खेतों में सूखी फसलों के नुकसान से किसान चिंतित हैं।

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रात-दिन के तापमान का पूर्वानुमान

बारिश और ओलावृष्टि के बाद मौसम विभाग ने अधिकतम और न्यूनतम तापमान का पूर्वानुमान जारी किया है। विभाग ने बताया कि मौसम में बदलाव से दिन का अधिकतम तापमान लगभग 9 डिग्री गिर जाएगा। आज दिन का पारा लगभग 30 मार्च के आसपास रहने का अनुमान है। इसके साथ 31 मार्च से 3 मार्च तक स्थिति इसी तरह रहेगी। वहीं तापमान में कोई कमी नहीं होगी। 15-17 डिग्री तक स्थिर रहने की उम्मीद है।

इस बार मार्च में 10 फीसदी ज्यादा बारिश

इस बार हरियाणा में मार्च में रिकॉर्ड बारिश हुई है। इस महीने 10 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। 1 से 28 मार्च तक 15.5 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि औसत 14.1 मिलीमीटर था। इस महीने में अब तक सामान्य से 10% अधिक बारिश हुई है।

किसानों की इसलिए बढ़ी चिंताएं

ओलों की बारिश ने किसानों को चिंतित कर दिया है। 2 और 3 मार्च को बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं और सरसों की फसलों को भारी नुकसान हुआ। अब तक सरकार के विशेष गिरदावरी के निर्देश के बाद 11.23 लाख एकड़ फसल खराब हो चुकी हैं। अब फिर मौसम खराब हो गया है, और किसानों की फसल खेतों में पड़ी हुई है। इस बार बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को अधिक नुकसान होने की आशंका है।

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