Bihar के हाजीपुर-छपरा फोर लेन पर आया बड़ा अपडेट, 35 जिलों में बनेंगे विद्युत शवदाह गृह

Hajipur-Chhapra Four Lane : हाजीपुर-छपरा फोर लेन को बिहार में शुरू करने में अभी भी कम से कम 400 दिन लगने वाले हैं। बिहार सरकार ने खुद इसकी जानकारी हाईकोर्ट को दी है। सरकार ने कहा कि गंडक नदी पर बन रहे पुल के एक स्पैम को चढ़ाने में चालिस दिन लगेंगे। अभी भी दस ऐसे स्पैम चढ़ाया जाना बाकी है।

 

Hajipur-Chhapra Four Lane : पटना हाई कोर्ट ने हाजीपुर-छपरा फोर लेन सड़क निर्माण में देरी के मामले पर सुनवाई की। कोर्ट में निर्माता कंपनी ने हलफनामा दायर कर कहा कि गंडक नदी पर निर्माणाधीन पुल पर दस स्पैन चढ़ाए जाने हैं। स्पैन चढ़ाने में लगभग चालिस दिन लगते हैं। हलफनामे ने कहा कि आरओबी, ओवरब्रिज और हाई टेंशन बिजली के पोल को स्थानांतरित करने का काम भी बाकी है।

निर्माण कंपनी के एमडी को मुख्य न्यायाधीश के. विनोद चंद्रन और न्यायाधीश हरीश कुमार की खंडपीठ ने अधिवक्ता सत्यम शिवम सुंदरम की याचिका पर सुनवाई करते हुए तलब किया। कंपनी ने बताया कि रामाशीष चौक के पास बनाया जा रहा ROB 31 मार्च तक पूरा हो जाएगा। 30 जून तक अंजानपीर के निकट ट्रांसमिशन टावर को हटा दिया जाएगा और दूसरे स्थान पर स्थानांतरित किया जाएगा। 30 अप्रैल तक मरिचिया देवी चौक ट्रांसमिशन लाइन को शिफ्ट कर दिया जाएगा। कंपनी की ओर से दायर हलफनाम पर कोर्ट ने संतुष्टि व्यक्त की।

35 जिलों में बनेंगे विद्युत शवदाह गृह, बुडको ने दिया हलफनामा

प्रबंध निदेशक के हलफनामे में कोर्ट को बताया गया कि ये सभी शवदाह गृह मोक्षधाम परियोजना के तहत 35 जिलों के मुख्यालय शहर में बनाए जाएंगे। इन सभी का निर्माण 20737.79 लाख रुपये में होगा। याचिका को खंडपीठ ने निष्पादित कर दिया क्योंकि निर्माण जल्द पूरा होगा। राज्य के 35 जिलों में सरकार के सात निश्चित कार्यक्रमों के तहत विद्युत शवदाह गृह बनाए जाएंगे। बुडको के प्रबंध निदेशक धर्मेंद्र कुमार ने इसके लिए हाई कोर्ट में हलफनामा दायर किया है। उन्होंने हर जिले में विद्युत शवदाह गृह बनाने और बंद पड़े शवदाह गृहों को तत्काल क्रियान्वित करने से संबंधित मामले में हलफनामा दिया है। मुकेश रंजन की लोकहित याचिका को न्यायाधीश हरीश कुमार और मुख्य न्यायाधीश के. विनोद चंद्रन की खंडपीठ ने विचार किया। 

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