अरबपति की बेटी को युगांडा में हिरासत में लिया, जानिए कौन हैं वसुंधरा ओसवाल

Vasundhara Oswal : भारतीय मूल के स्विस उद्योगपति पंकज ओसवाल की 26 वर्षीय बेटी वसुंधरा ओसवाल का नाम चर्चा में है क्योंकि वह हाल ही में युगांडा में हिरासत में ली गई। 1999 में जन्मी सुंधरा, प्रो इंडस्ट्रीज की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं, उन्होंने भारत, ऑस्ट्रेलिया और स्विट्जरलैंड में अपनी शिक्षा प्राप्त की।

 
अरबपति की बेटी को युगांडा में हिरासत में लिया, जानिए कौन हैं वसुंधरा ओसवाल

Indian-origin Swiss industrialist, : सोशल मीडिया पर 26 साल की वसुंधरा ओसवाल का नाम चर्चा में है। युगांडा में स्विस उद्योगपति पंकज ओसवाल की बेटी को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले को लेकर उद्योगपति ने संयुक्त राष्ट्र में अपील की है। वास्तव में, वसुंधरा ओसवाल स्विस उद्योगपति पंकज ओसवाल की बेटी हैं। वसुंधरा ओसवाल का जन्म 1999 में हुआ हैं। वह भारत, ऑस्ट्रेलिया और स्विट्जरलैंड में पली बढ़ीं हैं। वसुंधरा ओसवाल प्रो इंडस्ट्रीज के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। 

गिरफ्तारी का क्या कारण था?

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 1 अक्टूबर को वसुंधरा को युगांडा के अति न्यूट्रल अल्कोहल प्लांट के दौरे के दौरान कई हथियारबंद लोगों ने गिरफ्तार कर लिया। यद्यपि उन्होंने खुद को पुलिस अधिकारी बताया, न तो किसी ने आईडी प्रूफ दिखाया और न ही किसी ने गिरफ्तारी का वारंट पेश किया।

हिरासत में कठोर हालात

वसुंधरा ओसवाल के साथ हिरासत में दुर्व्यवहार करने की खबर सामने आ रही हैं। वायरल होने वाली तस्वीरों के अनुसार, उन्हें 90 घंटे तक एक जूते से भरे कमरे में बंद रखा गया हैं। वसुंधरा ओसवाल को हिरासत में बिना कुछ खाने या नहाने की सुविधा नहीं दी गई हैं। समाचारों के अनुसार, वसुंधरा को शेफ के अपहरण और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

परिवार का आह्वान

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वसुंधरा को शेफ की हत्या और उसके अपहरण के आरोप में हिरासत में लिया गया है। इस बीच, वसुंधरा की रिहाई को लेकर परिवार ने संयुक्त राष्ट्र में अपील दायर की है। उन्होंने युगांडा सरकार से भी मदद की अपील की है और पंकज ओसवाल ने युगांडा के राष्ट्रपति को भी पत्र लिखकर बेटी की रिहाई के लिए हस्तक्षेप का आग्रह किया है। वसुंधरा ओसवाल के पिता पंकज ओसवाल ने संयुक्त राष्ट्र में अपील की है और युगांडा सरकार से भी मदद की मांग की है। साथ ही, उन्होंने युगांडा के राष्ट्रपति को पत्र लिखकर सहायता की मांग की है। मामला अभी जांच में है।