Budget 2024 :किसके द्वारा बनाया जाता है देश का बजट? किस तरह होता है पूरा प्रोसेस 

Budget 2024: साल 2023 के लिए रिवाइज्ड इनकम टैक्स रिटर्न भरने की आखिरी तारीख भी नजदीक है। ऐसे में आपको बता दें कि ये टैक्सपेयर्स आयकर विभाग की निगरानी में हैं। टैक्स डिपार्टमेंट हाई वैल्यू ट्रांजैक्शन को लेकर पत्राचार कर रहा है। Department of Income Tax Notifications SMS द्वारा भेजा जा रहा है...।

 

The Chopal News : साल 2023 के लिए रिवाइज्ड इनकम टैक्स रिटर्न भरने की आखिरी तिथि भी नजदीक है। टैक्स डिपार्टमेंट इस बीच टैक्सपेयर्स को टैक्स के बारे में संदेश भेज रहा है। इसमें इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नजर है, खासकर इस वित्तीय वर्ष में उच्च मूल्य वाले व्यापार करने वाले टैक्सपेयर्स। यदि आपको भी ऐसा मैसेज मिला है, तो आइए जानते हैं कि इसका क्या अर्थ है?

टैक्स नोटिस भेजने का उद्देश्य क्या है?

टैक्स डिपार्टमेंट हाई वैल्यू ट्रांजैक्शन को लेकर पत्राचार कर रहा है। Department of Income Tax Notifications SMS द्वारा भेजा जा रहा है। 2022–2023 के दौरान बड़े पैमाने पर व्यापार पर नोटिस भेजा गया है। लोगों से 31 दिसंबर तक बदले हुए ITR भरने की मांग करता है। लेकिन क्या ये वास्तव में आयकर विभाग का पत्र है?

निर्देश नहीं भेजे: आयकर शाखा—

आयकर विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बताया कि ऐसी सलाह टैक्सपेयर्स को उपलब्ध कराने के लिए भेजी जाती है। टैक्सपेयर्स को भेजे गए ये संदेश सलाह के स्थान पर नोटिस हैं। ये भेजे जाते हैं जब ITR डिस्क्लोजर और रिपोर्टिंग यूनिट की जानकारी में कोई असमानता पाई जाती है। 

IT विभाग ने बताया कि इस कम्यूनिकेशन का उद्देश्य टैक्सपेयर्स को आयकर विभाग के कंप्लायंस पोर्टल पर अपना फीडबैक भरने का अवसर देना है, जिससे वे अपना रिटर्न संशोधित कर सकें और यदि आवश्यक हो तो उसे फाइल कर सकें।

ITD का मैसेज प्राप्त होने पर क्या करें?

अगर आपके पास भी ये संदेश आया है, तो पहले अपना वार्षिक सूचना पत्र (AIS) निकालें। AIS को अपने रिटर्न के साथ तुलना करें। यदि कोई शिकायत है, तो रिवाइज रिटर्न भरें। साथ ही Compliance Portal पर जाकर प्रतिक्रिया दें।

Compliance Portal कहाँ मिलेगा?

www.incometax.gov.in/ पर e-filing पोर्टल खोजें। लंबित कार्रवाई पर जाएं और Compliance पर क्लिक करें। तब आप 'e-Campaign Tab' पर जाएंगे। आप हाई वैल्यू ट्रांजैक्शन देखेंगे, इसलिए अपना जवाब दें।

क्या हाई वैल्यू ट्रांजैक्शन कहलाता है?

एक व्यापार लिमिट से अधिक व्यापार को हाई वैल्यू व्यापार कहते हैं, जैसे-

कैश से बैंक ड्राफ्ट पर ऑर्डर 10 लाख रुपये, सेविंग खाते में 10 लाख रुपये, करंट खाते में 50 लाख रुपये, कैश में शेयर, MF, बॉन्ड निवेश 10 लाख रुपये, कैश में क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट 1 लाख रुपये, कैश से FD डिपॉजिट 10 लाख रुपये

बजट से जुड़ी जरूरी बातें-

1. बता दें बजट तैयार करने का प्रोसेस वैसे तो सितंबर-अक्टूबर में शुरू हो जाता है. सबसे पहले वित्त मंत्रालय देश के अन्य सभी मंत्रालयों से पूछता है कि उसको अगले वित्त वर्ष में कितने फंड की जरूरत होगी. इसके बारे में वह जानकारी लेता है. 

2. सभी मंत्रालय के सीनियर अधिकारी अगले वित्त वर्ष में होने वाले खर्चों पर विचार करता है. इसके बाद में इस पर नीति आयोग से चर्चा की जाती है. आखिर में खर्चों और फंड की जरूरत की पूरी जानकारी फाइनेंस मिनिस्ट्की को दे दी जाती है. 

3. इसके बाद में फाइनेंस मिनिस्ट्री सभी मंत्रालयों के खर्चों पर विचार करती है. इसके बाद में जरूरत के हिसाब से वित्त मंत्रालय मांगी गई फंड की राशि को घटा सकता है. 

4. फाइनेंस मिनिस्ट्री अलग-अलग सेक्टर के एक्सपर्ट से भी राय लेता है. एक्सपर्ट से बजट को लेकर चर्चा की जाती है और उनकी राय पर वित्त मंत्रालय के अधिकारियों से चर्चा की जाती है. 

नॉर्थ ब्लॉक में तैयार होता है बजट

देश का बजट तैयार करने का काम नॉर्थ ब्लॉक में होता है. इसके लिए सरकार की तरफ से एक खास टीम बनाई जाती है जो बजट से जुड़े सभी काम करती है. इसमें वित्त मंत्रालय के सीनियर अधिकारियों को शामिल किया जाता है. बजट देश का एक बहुत ही सीक्रेट डॉक्युमेंट, जिसकी वजह से बजट बनाने वाले लोगों को कई दिनों तक नॉर्थ ब्लॉक में बंद रहना होता है. इसको काफी गोपनीयता के साथ बनाया जाता है.