Dwarka Expressway: इस महीने तक पूरा हो जायेगा द्वारका एक्सप्रेसवे का काम, जानिए क्या कुछ मिलेगा खास

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का लक्ष्य निर्माण कंपनियों की लापरवाही से टूट गया। गडकरी ने द्वारका एक्सप्रेस-वे परियोजना को इस साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन यह अगले साल मार्च तक नहीं पूरा होगा.
 

The Chopal - केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का लक्ष्य निर्माण कंपनियों की लापरवाही से टूट गया। गडकरी ने द्वारका एक्सप्रेस-वे परियोजना को इस साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन यह अगले साल मार्च तक नहीं पूरा होगा. इसका अर्थ है कि दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक जाम खत्म नहीं होगा। Dwarka Expressway से दिल्ली एयरपोर्ट को जोड़ने वाली सुरंग का निर्माण भी 20 % से ज्यादा बाकी है। गुरुग्राम का हिस्सा इस साल मई में शुरू होना था, लेकिन अभी लगभग एक या दो महीने और लगेंगे।

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लगभग नौ हजार करोड़ रुपये की लागत से दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर से ट्रैफिक को कम करने के लिए द्वारका एक्सप्रेस-वे का निर्माण गुरुग्राम में खेड़कीदौला टोल प्लाजा के पास से दिल्ली के महिपालपुर में शिवमूर्ति के सामने तक किया जा रहा है। प्रोजेक्ट को दो भागों में बांटा गया ताकि काम तेजी से और बेहतर हो सके। नामी कंपनी L&T गुरुग्राम भाग का मालिक है, जबकि जय कुमार इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड, दिल्ली भाग का मालिक है। दोनों कंपनियां काम समय पर पूरा नहीं कर पाईं। दोनों क्षेत्रों में निर्माण कार्य के दौरान हुई दुर्घटना ने कई महीने तक काम पर असर डाला।

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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समय-समय पर कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं। योजना की समीक्षा के लिए कई बार बैठक कर चुके हैं। निर्माण कार्य को मई में निरीक्षण करते हुए गडकरी ने कहा था कि काम अगले छह महीने के भीतर पूरा हो जाएगा, लेकिन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी मोहम्मद सफी ने कहा कि काम मार्च तक पूरा हो जाएगा।

देश का पहला शहरी मार्ग

Dwarka Expressway देश का पहला अर्बन एक्सप्रेस-वे है। यह देश का पहला एक्सप्रेस-वे होगा जो एकल पिलर के ऊपर बनाया जाएगा। निर्माण में एफिल टावर से 30 गुना अधिक स्टील का इस्तेमाल होगा, यानी दो लाख एमटी स्टील। 20 लाख सीयूएम (बुर्ज खलीफा की तुलना में छह गुना) कंक्रीट का इस्तेमाल किया जाएगा। योजना के लिए लगभग बारह हजार पेड़ों का ट्रांसप्लांट किया गया है। यह शुरू होने से दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक दबाव लगभग 40 % से अधिक कम होगा।

देश का सबसे छोटा राजमार्ग

देश का सबसे छोटा राजमार्गद्वारका है। इसका 18.9 किलोमीटर हिस्सा गुरुग्राम में है, जबकि बाकी 10.1 किलोमीटर दिल्ली में है। 23 किलोमीटर भाग एलिवेटेड बनाया जा रहा है और लगभग 4 किलोमीटर भूमिगत (टनल) बनाया जा रहा है। दिल्ली और गुरुग्राम का हिस्सा अलग-अलग है।

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गुरुग्राम क्षेत्र के दोनों हिस्सों का निर्माण L&T करता है, जबकि दिल्ली क्षेत्र के दोनों हिस्सों का निर्माण जय कुमार इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड करता है। दिल्ली का पहला हिस्सा बिजवासन से गुरुग्राम-दिल्ली सीमा तक लगभग 4.20 किलोमीटर का है। 2068 करोड़ रुपये इसके लिए खर्च होने का अनुमान है। बिजवासन से महिपालपुर में शिवमूर्ति की दूरी 5.90 किलोमीटर है। इसके लिए लगभग 2507 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। गुरुग्राम क्षेत्र का पहला हिस्सा खेड़कीदौला टोल प्लाजा से बसई-धनकोट के पास लगभग 8.76 किलोमीटर है। 1859 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। दूसरा हिस्सा लगभग 10.2 किलोमीटर दूर बसई-धनकोट के पास से गुरुग्राम-दिल्ली सीमा तक है। इसके हिस्से पर लगभग 2228 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

3.6 किलोमीटर लंबी एक अद्वितीय सुरंग

दिल्ली के द्वारका इलाके में 3.6 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण द्वारका एक्सप्रेस-वे से दिल्ली एयरपोर्ट को सीधे पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। सुरंग भी एक्सप्रेस-वे की तरह आठ लेन की होगी। वाहन सुरंग के नीचे से भी दौड़ सकते हैं और ऊपर से भी। सुरंग बनने से गुरुग्राम और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले अधिकांश लोग दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे की जगह द्वारका एक्सप्रेस-वे का उपयोग करेंगे। इससे दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर महिपालपुर से धौलाकुआं तक ट्रैफिक का दबाव कम होगा।

पूरी तरह से क्लोवरलीफ फ्लाईओवर शुरू करने से काफी लाभ

पूर्ण क्लोवरलीफ फ्लाईओवर का निर्माण खेड़कीदौला टोल प्लाजा के पास पूरा हो चुका है, लेकिन द्वारका एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूरा नहीं होने के कारण इसे शुरू नहीं किया जा रहा है। इसके शुरू होने से दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे, सदर्न पेरिफेरल रोड (एसपीआर) और द्वारका एक्सप्रेस-वे आपस में जुड़ जाएंगे। इससे कार पूरी रफ्तार से किसी भी सड़क पर चल सकेगी। SPRAR गांव घाटा के पास गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड से जुड़ा हुआ है। ऐसे में, फरीदाबाद से आने वाले लोग इफको चौक से दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने की बजाय सीधे खेड़कीदौला टोल प्लाजा के पास से एक्सप्रेस-वे पर चढ़ेंगे। द्वारका एक्सप्रेस-वे को दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे से जोड़ने के लिए महिपालपुर में फ्लाईओवर और अंडरपास बनाया जा रहा है।