Edible Oil : अब आम जनता को मिलेगा 10 या 20 रुपये में सरसों का तेल, इस कंपनी ने की ग्राहकों के लिए बड़ी तैयारी
 

Food company: सरसों तेल का 60 साल पुराना ब्रांड अब इस कंपनी की झोली में आया हैं। बता दे की यह डील 28 करोड़ रुपये में हुई है। यह कंपनी अब ग्राहकों को 10 रुपये या 20 रुपये में सरसों तेल देने की तैयारी कर रही है। चलो जाने क्या हैं कंपनी का प्लान- 

 

Edible Oil : इस अधिग्रहण से कंपनी को अपने एफएमसीजी पोर्टफोलियो को मजबूत करने में मदद मिलेगी। सरसों तेल का 60 साल पुराना ब्रांड अब इस कंपनी की झोली में आया हैं। भविष्य में ग्राहकों को 10 रुपये या 20 रुपये प्रति पैक सरसों तेल देने की योजना है। यह योजना पैकेज्ड खाद्य कंपनी अन्नपूर्णा स्वादिष्ट लिमिटेड ने बनाई है। दरअसल, इस कंपनी ने लगभग 60 वर्ष पुराने सरसों के तेल के ब्रांड 'Arati' को खरीद लिया है। कंपनी ने आरआर प्रोटीन्स एंड एग्रो लिमिटेड (RRPAL) से यह अनुमति प्राप्त की है। 28 करोड़ रुपये का सौदा हुआ है। अन्नपूर्णा स्वादिष्ट लिमिटेड को इस अधिग्रहण से खाद्य तेल क्षेत्र में प्रवेश मिलेगा और अपने एफएमसीजी पोर्टफोलियो को मजबूत करेगा।

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क्या है डील की डिटेल

अन्नपूर्णा स्वादिष्ट लिमिटेड के एक अधिकारी ने बताया कि मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और ब्रांड अधिग्रहण की लागत 28 करोड़ रुपये होगी। उन्होंने कहा कि डील के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्रोतों और ऋण का उपयोग होगा। कम्पनी का कहना है कि RRPAL प्रति माह 9 लाख लीटर खाद्य तेल बना सकता है और अधिग्रहण से अन्नपूर्णा स्वादिष्ट को खाद्य तेल के एक नए क्षेत्र में प्रवेश करने में मदद मिलेगी।

क्या कहा कंपनी के अधिकारी ने

अन्नपूर्णा स्वादिष्ट लिमिटेड (एएसएल) के प्रबंध निदेशक श्रीराम बागला ने कहा, "हमारा मानना है कि अधिग्रहण एक अवसर प्रदान करता है जो कंपनी की समग्र रणनीति के साथ अच्छी तरह से मेल खाता है कि भारत के अर्ध-शहरी और ग्रामीण बाजारों में पैकेज्ड फूड उद्योग में एक मजबूत खिलाड़ी बनने का अवसर मिलता है।

क्या है प्लान

अन्नपूर्णा स्वादिष्ट लिमिटेड का लक्ष्य है कि 10 रुपये और 20 रुपये में कम कीमत वाले कंज्यूमर पैक देकर 'आरती' ब्रांड के सरसों के तेल की बिक्री बढ़ाना है। अन्नपूर्णा स्वादिष्ट लिमिटेड वर्तमान में स्नैक्स और बेवरेज बनाती है, जो लगभग 75 एसकेयू को दस अलग-अलग श्रेणियों में बेचती है। 6 लाख से अधिक खुदरा स्टोर बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में इसके उत्पादों को बेचते हैं।

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