UP के इस जिले में बिजली बिल बकायेदारों को अब नहीं मिलेगी चैन की नींद, विभाग का नया प्लान शुरू

UP News : योजना 16 जनवरी तक चली, लेकिन केवल 70 हजार लोगों ने पंजीकरण कराया। इनसे सिर्फ 90 करोड़ रुपये वसूल लिए गए थे। योजना से बचे हुए बकायेदार लगातार जागरूक नहीं हुए। जबकि योजना की समाप्ति तिथि भी एक बार बढ़ाई गई थी। 17 जनवरी से विद्युत निगम ने उनके कनेक्शन काटने का काम शुरू किया है।

 

Uttar Pradesh : विद्युत निगम लगातार बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई करता है। पिछले दो सप्ताह में लगभग डेढ़ हजार बकायेदारों के घरों के कनेक्शन काटे गए हैं। विद्युत निगम के अधिकारियों को इसके बाद भी इनसे राजस्व वसूलना मुश्किल है। जिले के तीन क्षेत्रों में विद्युत निगम लगभग 11 लाख उपभोक्ता रखते हैं। वर्तमान में दो लाख उपभोक्ता निगम बकायेदार हैं। इन पर निगम का लगभग 485 करोड़ रुपये का बकाया है। इनमें से अधिकांश बकायेदार विद्युत निगम से सालों का बकाया रखते हैं। बकाया पर लगने वाले ब्याज भी बहुत अधिक है।

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16 जनवरी तक ओटीएस योजना जारी रहेगी

आठ नवंबर को एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य विद्युत निगम का बकाया छूट और आसान किस्तों में जमा करना था। 16 जनवरी तक योजना चली, लेकिन केवल 70 हजार लोगों ने पंजीकरण कराया। इनसे सिर्फ 90 करोड़ रुपये वसूल लिए गए थे। योजना से बचे हुए बकायेदार लगातार जागरूक नहीं हुए। जबकि योजना की समाप्ति तिथि भी एक बार बढ़ाई गई थी। 17 जनवरी से विद्युत निगम ने उनके कनेक्शन काटने का काम शुरू किया है। 1487 कनेक्शन अभी तक काटे गए हैं।

साथ ही घर-घर दस्तक और कॉलिंग अभियान फेल

विद्युत निगम के अधिकारी भी लगातार घर-घर दस्तक और कॉलिंग अभियान चला रहे हैं ताकि बकायेदारों से पैसे वसूले जा सकें। वह इसके बाद भी बकाया नहीं जमा कर रहे हैं। छोटे बकायेदार ही भाग रहे हैं। यही कारण है कि विद्युत निगम को उम्मीद से अधिक राजस्व नहीं मिल रहा है।

बकायेदारों को नोटिस भेजकर पंद्रह दिन का समय दिया जाता है

विद्युत निगम के अधिकारियों ने कहा कि बकायेदारों को नोटिस भेजा जा रहा है जिसके माध्यम से बकाया भुगतान किया जाना चाहिए। जमा नहीं करने पर कनेक्शन 15 दिन में काटने की चेतावनी भी दी जाती है। समय समाप्त होने पर कनेक्शन काटे जा रहे हैं। वर्तमान में गाजियाबाद जिले में कुल 201,384 करोड़ रुपए के बकाएदार हैं, जिनमें ट्रांस हिंडन में 31 करोड़, लोनी मुरादनगर में 412 करोड़, और गाजियाबाद नगर में 42 करोड़ शामिल हैं।

जिले की तीनों जोन के उपभोक्ता श्रेणियां निम्नलिखित हैं:

घरेलू: 9,27,411 उपभोक्ता
वाणिज्यिक: 1,05,290 उपभोक्ता
नलकूप: 9,357 उपभोक्ता
औद्योगिक: 1,947 उपभोक्ता

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