Electricity Bill: घर में चल रहे पंखे और बल्ब का स्मार्ट मीटर से आया 33 लाख रुपए का बिजली बिल

Bihar News : बिहार सरकार की तरफ से स्मार्ट मीटर लगाने का काम चल रहा है. बिहार में पुराने मीटरों की जगह नय स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं. बिहार में जहां-जहां स्मार्ट मीटर लगे हैं वहां बिजली उपभोक्ताओं को काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है. बिहार में स्मार्ट मीटर से चौकाने वाला बिल सामने आया है. 

 

Bihar Electricity Bill : बिहार में बिजली उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर समस्या का साधन बन रहे हैं. स्मार्ट मीटर से बिजली के बिल से उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं. उत्तर प्रदेश के भोजपुर जिले में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। इस जिले से चौका देने वाली रिपोर्ट सामने आ रही है. बिजली विभाग की तरफ से उपभोक्ता को 18 महीने में 33 लाख रुपए का बिल भेजा गया है. लेकिन उपभोक्ता के घर सिर्फ पंखे और पबल्ब ही जलते हैं. प्रदेश में ऐसे कई मामले सामने आते रहते हैं.

सांसद सुदामा प्रसाद द्वारा जनसेवक कार्यक्रम

बिहार के भोजपुर जिले में बिजली बिल को लेकर चौंकाने वाला मामला सामने आया है. प्रदेश में ऐसे कई मामलें पहले भी सामने आते रहते हैं. बिजली उपभोक्ता ने इस समस्या को लेकर सांसद जनसंवाद में सुनाया है. भाकमा माले जिला कार्यालय श्री टोला में सांसद सुदामा प्रसाद द्वारा जनसेवक कार्यक्रम किया गया. इस जन संवाद कार्यक्रम में लोग अपनी समस्या लेकर पहुंचे. लोगों की समस्याओं को सुना गया और उनके निवारण के लिए संबंधित अधिकारियों को आदेश दिया गया है. 

संबंधित कर्मचारियों को इसमें सुधार करने का आदेश

इस कार्यक्रम में रास्ता के लिए, नाली गली,दखल कब्जा जैसे कई मामले सामने आय है। बिजली विभाग से संबंधित एक समस्या भी इस कार्यक्रम में सामने आई है. एक परिवार को 18 महीने में स्मार्ट मीटर द्वारा 33 लाख 23 हजार 810 रूपए का बिल भेजा गया है. उनके तो घर पर सिर्फ पंखे और बल्ब ही है. शासन में इस समस्या को ध्यान में रखते हुए संबंधित कर्मचारियों को इसमें सुधार करने का आदेश दिया है. इस जन संवाद कार्यक्रम के दौरान बिहार राज्य ऑटो रिक्शा चालक संघ सहित अन्य लोगों ने अपनी समस्या संसद के सामने रखी है. 

गांव में स्मार्ट मीटर

सुदामा प्रसाद मौजूद में लोकसभा के एमपी है. सरकार से तत्काल आग्रह किया है कि स्मार्ट मीटर वापस लिए जाएं। इनको लगाने की प्रक्रिया को बंद कर दिया जाए. गरीबों की आर्थिक स्थिति इससे कमजोर होगी. स्मार्ट मीटर लगने के बाद गरीबों के घरों का बिजली का बिल लाखों में भेजा जा रहा है. लाखों रुपए बिजली का बिल आने वाले घरों में तो सामान्य उपकरण ही चलते हैं. फर्जी बिल के चक्कर में गरीब अपनी कमाई गंवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारियों से मालूम हुआ की इसको लेकर कोई लिखित आदेश नहीं है. कंपनियों के निजी लाभ के लिए गांव में स्मार्ट मीटर लगवाए जा रहे हैं.