Expressway : जाने क्यों अटका है ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे निर्माण, मात्र 10 फीसदी निर्माण, किसानों का धरना जारी
Greenfield Expressway : डीएनडी-केएमपी एक्सप्रेसवे को फरीदाबाद सेक्टर-65 के सामने से जेवर हवाई अड्डे तक बनाने का काम अगले वर्ष पूरा होगा। किसान आंदोलन ने काम को बाधित कर दिया।
Greenfield Expressway : डीएनडी-केएमपी एक्सप्रेसवे से जेवर हवाई अड्डे तक फरीदाबाद सेक्टर-65 के सामने बनाए जा रहे एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अगले साल जून तक ही पूरा हो सकेगा। किसानों की आंदोलन की वजह से इसका निर्माण कार्य लगभग नौ महीने विलंबित हो गया है। इस राजमार्ग का निर्माण अभी तक दस प्रतिशत ही पूरा हो सका है। ग्रीन एक्सप्रेसवे उतार-चढ़ाव किसान एवं मजदूर संघर्ष समिति ने पिछले नवंबर से चार किलोमीटर क्षेत्र में एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य रोक दिया है। 15 अक्तूबर से किसानों को नौ किलोमीटर क्षेत्र में काम करना बंद कर दिया गया था।
संघर्ष समिति इस राजमार्ग पर मोहना गांव में कट बनवाने की कोशिश करती जा रही है। यद्यपि हरियाणा सरकार और एनएचएआई (नेशनल हाईवे अथोरिटी ऑफ इंडिया) प्रबंधन ने किसानों से बातचीत करने या यहां कट बनाने का कोई प्रयास नहीं किया है। यही कारण है कि एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अभी भी लटक सकता है। मोहना और आसपास के गांवों के किसान बीते 15 अक्तूबर से इस एक्सप्रेसवे पर कट बनाने के लिए धरना दे रहे हैं। किसानों के धरने को मंगलवार को 115 दिन पूरे हो गए।
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27 सितंबर 2022 को, NHAI ने एपको कंस्ट्रक्शन नामक एक कंपनी के साथ इस राजमार्ग को बनाने का अनुबंध किया। इस राजमार्ग का निर्माण समझौते वाले दिन से 730वें दिन पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। इसलिए, इसका निर्माण सितंबर तक पूरा होना चाहिए था। जेवर में इस साल सितंबर में शुरू किए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की तैयारियां चल रही हैं। लेकिन यह एक्सप्रेसवे तब तक तैयार नहीं होगा
एलिवेटेड हिस्से का भी काम शुरू नहीं हुआ
किसानों का धरना शुरू होने से पहले, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और एनएचएआई के बीच मास्टर प्लान-2031 पर विवाद हुआ था। प्राधिकरण ने इस एक्सप्रेसवे से मास्टर प्लान में बाधा डालने की आशंका व्यक्त की थी। एफएमडीए, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, जिला प्रशासन और एनएचएआई ने इसके बाद एक बैठक में भाग लिया। प्रदेश सरकार ने सेक्टर-65 से जेवर की ओर आठ किलोमीटर का एलिवेटेड एक्सप्रेसवे बनाने की अनुमति दी है। साथ ही सर्विस सड़क बनाने का फैसला किया गया था। एलिवेटेड भाग का निर्माण अभी भी शुरू नहीं हो सका है।
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इस राजमार्ग का निर्माण कार्य फिलहाल यूपी की सीमा में ही तेजी से चल रहा है। हरियाणा की सीमा अभी भी तेज नहीं है। इंटरचेंज का निर्माण कार्य सेक्टर-65 के सामने चल रहा है। बीच-बीच में कुछ अतिरिक्त काम भी होता है। NHAI के क्षेत्रीय अधिकारी मोहम्मद शफी ने कहा, "किसानों के धरने की वजह से एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य में देरी हो रही है।" किसानों की मांग भी जल्द ही हल होगी। यह हल कब होगा? मैं इसके बारे में कुछ नहीं जानता।'