UP में इस जिले के 63 गांवों से निकलेगा एक्सप्रेसवे, 30 दिन में सर्वे के बाद होगा काम शुरू
UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य में एक के बाद एक नए एक्सप्रेसवे विकसित किए जा रहे हैं. जिससे यूपी देश का सबसे सशक्त सड़क नेटवर्क वाला राज्य बनता जा रहा है। रोड इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती की इसी दिशा में अब उत्तर प्रदेश में 115 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा।
The Chopal, Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर रोड इंफ्रास्ट्रक्चर की प्रोजेक्ट पर काम तेजी से चल रहा है। सुबह की योगी सरकार के निरंतर प्रयासों से अब उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर देश के लिए विशाल बन चुका है। रोड इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती की इसी दिशा में अब उत्तर प्रदेश में 115 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। इस लिंक एक्सप्रेस वे को लेकर ड्रोन सर्वे प्रशासन की तरफ से करवाया जा रहा है। यह लिंक एक्सप्रेस वे 63 गांव से होकर निकलने वाला है। जिन 63 गांव से होकर यह है एक्सप्रेस वे निकलने वाला है इन उन गांव की सूची तैयार हो गई है।
एक महीने में सर्वे पूरा
उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में अब एक और 115 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे प्रदेश में बन जाएगा जिससे आवागमन कनेक्टिविटी और ज्यादा आसान हो जाएगी। इस लिंक एक्सप्रेसवे के लिए एक महीने में सर्वे पूरा कर लिया जाएगा और इसका मार्ग भी तय कर लिया जाएगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से झांसी को जोड़ने का प्रयास शुरू हुआ। यूपिडा ने 115 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेस वे बनाने का काम शुरू किया। एक महीने में सर्वे पूरा होने के साथ इसका रास्ता निर्धारित हो जाएगा। इसके बाद दूसरा चरण भी शुरू होगा।
गांवों के नाम हुए निर्धारित
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से झांसी को जोड़ने का प्रयास शुरू हुआ। यूपिडा ने 115 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेस वे बनाने का काम शुरू किया। झांसी प्रथम और द्वितीय तहसील के गरौठा, टहरौली, मोंठ सहित 63 गांव इस लिंक एक्सप्रेस वे से गुजरेंगे। जिन गांवों से लिंक एक्सप्रेस गुजरेगा उनके नाम निर्धारित किए गए। अब ड्रोन सर्वे कराया जा रहा है। एक महीने में सर्वे पूरा होने के साथ इसका रास्ता निर्धारित हो जाएगा। इसके बाद दूसरा चरण भी शुरू होगा।
पूर्वांचल में यात्रा करना बहुत आसान हो जाएगा
सरकार ने एरच स्थित जनरल विपिन रावत डिफेंस कॉरिडोर और बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) में बड़े निवेश की उम्मीद की है। इसलिए सरकार इनकी कनेक्टिविटी को बढ़ाना चाहती है। इस औद्योगिक गलियारे को सड़क से बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाएगा। जालौन से एरच के बीच 115 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस वे बनाया जाएगा। इसके बाद बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे एरच से आगे मिल जाएगा। लिंक एक्सप्रेस वे बनने से दिल्ली, लखनऊ, आगरा समेत पूर्वांचल में यात्रा करना बहुत आसान हो जाएगा। रक्षा और बीडा कॉरिडोर भी इससे लाभ उठाएंगे।
झांसी लिंक एक्सप्रेस वे में शामिल होने वाले गांवों का ड्रोन सर्वे शुरू हो गया है। यह जल्द ही पूरा हो जाएगा। इससे बीडा और सुरक्षा कॉरिडोर को बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से जोड़ा जा सकेगा।
लगभग 1300 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान
जालौन से झांसी के बीच प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेस वे का मूल्य लगभग 1300 करोड़ रुपये है। लेकिन लागत अभी अंतिम नहीं है। यूपिडा के अधिकारियों का कहना है कि पहले चार लेन का प्रस्ताव है। आने वाले समय में यह छह लेन तक बढ़ सकेगा। इसके लिए जगह भी चाहिए होगी। जमीन अधिग्रहण करीब 228 करोड़ रुपये की लागत होगी। सरकार ने कुछ धन भी दिया है।
इन गांवों से गुजरेगा लिंक एक्सप्रेस वे
1 - गरौठा तहसील:
गोगल, कुडरी, डुंडी, मलहेटा, अहरौरा, अंडोल
भदरवारा बुजुर्ग, मेढ़का, चक मेढ़का, स्किल बुजुर्ग
नया केरा, लभेरा, गोरा, जुझारपुरा
बिलाटी खेर, रौतनपुरा, टेहरका
2 - टहरौली तहसील:
शमशेरपुरा, सुरवई, परगाना, रावतपुरा
पथरेंदी, दिनेरा, दिनेरी
फूलखिरिया, कल्याणपुरा स्टेट, कलौथरा घाट
4 - मोंठ तहसील:
बरहेटा, डबरी, पुराचीर, मुसावली
रामनगर, करगुवां, बरल, मोंठ खुर्द
नंदसिया, देवरा, निबि, खिरियाराम
नरी, सिमथरी, मुडई, बिरथारी, मुड़गांव
5 - झांसी प्रथम:
गंगावली, परासार, पाली परासार
खिरिया पाली, मवई गिर्द, बरगढ़
आरी, कोट, लकरा, रोनिजा
चंद्रा, अंबाबाय, कलोथरा, सारमऊ, सिमरा
6 - झांसी द्वितीय:
पुनावली कला, ढिकौली, रक्सा, डगरवाहा
7 --उरई (जालौन):
फूलपूरा, टिमरौन, गोरन
जैसारी कला, किशोरा, कोटरा, हिलगना, नंधा
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से लाभ मिलेगा
बुंदेलखंड एक्सप्रेस चित्रकूट में झांसी-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-35 पर भरतकूप के निकट से 296 किलोमीटर चलता है और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर इटावा के कुदरैल गांव पहुंचता है। चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन और इटावा इससे जुड़े लेकिन झांसी नहीं। इसे झांसी से जोड़ने की बहुत मांग थी। झांसी में रक्षा कॉरिडोर और बीडा की स्थापना के बाद सरकार ने लिंक एक्सप्रेस वे की अनुमति दी। इससे दिल्ली और लखनऊ के बीच झांसी सहित मध्य प्रदेश के कई जिलों का परिवहन आसान होगा।