UP में यहां 1670 एकड़ जमीन पर लगेगी फैक्ट्रियां, हजारों युवाओं को अपने ही जनपद में मिलेगा रोजगार

UP News : उत्तर प्रदेश के एक ज़िले में 1677 एकड़ ज़मीन पर फैक्ट्रियां लगाई जाएंगी, जहां इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग हब और प्लास्टिक क्लस्टर विकसित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में इस तरह की परियोजनाओं की शुरुआत हुई है, जिससे औद्योगिक विकास को रफ्तार मिल रही है।

 

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में विकास की रफ्तार पिछले सालों से तेजी पकड़ चुका है। उत्तर प्रदेश के इस जिले में 1677 एकड़ जमीन पर फैक्ट्रियां लगाई जाएगी. सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के कई जिलों में इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग एवं प्लास्टिक कलस्तर निर्माण करने की परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया था. इस बड़ी परियोजना से 50 हज़ार से ज्यादा लोगो को रोजगार मिलेगा. इस प्रोजेक्ट को लेकर जमीन अधिकृत कर ली गई है. गुरुवार को मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कई जिलों में इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग व लॉजिस्टिक क्लस्टर (आईएमएलसी) की परियोजना का उद्घाटन किया। IMLC को राज्य एक्सप्रेस-वेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPDA) से 1677 एकड़ क्षेत्र में क्लस्टर विस्तार मिलेगा। यूपीडा ने भी जमीन अधिग्रहण की है।

इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग व लॉजिस्टिक क्लस्टर

गुरुवार को मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कई जिलों में इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग व लॉजिस्टिक क्लस्टर (आईएमएलसी) की परियोजना का उद्घाटन किया। IMLC को राज्य एक्सप्रेस-वेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPDA) से 1,677 एकड़ क्षेत्र में क्लस्टर विस्तार मिलेगा। यूपीडा ने भी जमीन अधिग्रहण की है। यह बुंदेलखंड में सबसे बड़ा होगा क्योंकि जालौन में अधिक जमीन है। एक्सप्रेस-वे के किनारे क्लस्टर बनाने से पाँच सौ हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकेगा। किस उत्पाद के लिए फैक्ट्रियां लगाई जाएंगी, यह अभी तय नहीं है। ज़रूरी जमीन पहले ही अधिकृत कर ली गई है, यानी अब काम शुरू होने की स्थिति में है।

जमीन अधिग्रहण

सरकार राज्य में उद्योगों का विस्तार करने के लिए बहुत कठोर प्रयास कर रही है। साथ ही, एक्सप्रेस-वे के किनारे औद्योगिक विकास भी होना चाहिए। स्थापित होने वाले उद्योगों के लिए 1,677 एकड़ जमीन भी अधिग्रहण की गई है। यहां उद्योगों की स्थापना से नगर पालिका ही नहीं बल्कि आसपास के हजारों लोगों को काम मिलेगा। इससे अलग-अलग क्षेत्रों की स्थापना भी हो रही है। यूपी आईएमएलसी परियोजना और उद्योगों की स्थापना अब तैयार हैं। इससे कई परिवारों को रोजी-रोटी मिलेगी। सरकारी महत्वाकांक्षी परियोजना होने के कारण इस पर जल्दी ही काम शुरू हो सकता है। प्रभात यादव, प्रबंधक उद्योग केंद्र, ने कहा कि अभी लिखित रूप से कोई आदेश नहीं आया है, लेकिन अगर कोई आदेश मिलता है तो कार्य किया जाएगा।

आईएमएलसी परियोजना की पहल

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे बनने के बाद पहले ही कॉरिडोर बनाया जाएगा। जिसमें बहुत से उत्पाद बनाए जा सकते हैं। तैयारी भी चल रही है, लेकिन काम अभी शुरू नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री की यूपी आईएमएलसी परियोजना की पहल से एक्सप्रेस-वे के किनारे उद्योग लगाने की संभावना बढ़ी है। इससे जिले के लोगों का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि स्थानीय युवा अपने नगर में काम पा सकेंगे। जनपद में युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए पहले से ही कदम उठाए गए हैं।