Faridabad News : ये एयरपोर्ट बदल देगा फरीदाबाद की तकदीर, मिलेगी खुशखबरी

Faridabad News : देश में नोएडा का जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट सितंबर में खुलने की उम्मीद जताई गई है। इसी के साथ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे, जो फरीदाबाद एयरपोर्ट को नोएडा एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है, का कुछ हिस्सा एलिवेटेड बनाया जाना है। 2025 तक राजमार्ग पूरा होना चाहिए।
 

The Chopal, Noida News : देश में नोएडा का जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट सितंबर में खुलने की उम्मीद जताई गई है। ऐसे में जेवर नोएडा एयरपोर्ट से फरीदाबाद शहर और नोएडा-ग्रेटर नोएडा के लोगों को लाभ होगा। फरीदाबाद, हालांकि, दूरी की दृष्टि से नोएडा और ग्रेटर नोएडा दोनों ही शहरों से भी पास होगा, जिससे शहर चलते हुए अधिक विकसित हो सकेगा। निजी वाहन फर्राटा भरते हुए 20 से 25 मिनट में जेवर स्थित नोएडा एयरपोर्ट तक पहुंच जाएंगे, जो फरीदाबाद के सेक्टर-65 से ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे से जाता है। ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-117, 118, 122, और 123 में भी विकास होगा। रेस्त्रां और होटलों सहित अन्य व्यापारिक गतिविधियां यहां चरम पर पहुंचेंगे।

नोएडा एयरपोर्ट जेवर से लगभग 65 किलोमीटर दूर महामाया फ्लाईओवर है। यह भी ग्रेटर नोएडा के परी चौक से लगभग 40 किलोमीटर से अधिक दूर है। नोएडावासी एयरपोर्ट पहुंचने में लगभग एक घंटा लग सकता है। ग्रेटर नोएडा से भी एयरपोर्ट पर पहुंचने में 35 मिनट लगेंगे। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे को नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तक पहुंचाने के लिए बनाया जा रहा है। 31 किलोमीटर लंबी इस सड़क को छह लेन बनाया जा रहा है। एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने के बाद शहरवासी 20 से 25 मिनट में नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं। फरीदाबाद के लोगों के लिए दिल्ली के इंदिरागांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की जगह नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट जाना अधिक आसान होने वाला है क्योंकि दूरी इतनी छोटी है। Delhi IGI एयरपोर्ट करीब 43 किलोमीटर दूर है। दिल्ली के ऊपर से चलने वाले जाम से गुजरना एक घंटे से अधिक समय लेता है।

ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण 2025 में पूरा होगा

ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे, जो फरीदाबाद एयरपोर्ट को नोएडा एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है, का कुछ हिस्सा एलिवेटेड बनाया जाना है। एलिवेटेड सड़कों के लिए गर्डर और अन्य उपकरण बनाने के लिए अलग से कास्टिंग यार्ड बनाए जा रहे हैं। नरहावली गांव में कास्टिंग यार्ड बनाने का काम अंतिम चरण में है। 2025 तक राजमार्ग पूरा होना चाहिए।