किसानों की बनेगी फार्मर आईडी, कृषि योजनाओं की बदलेगी सूरत 
 

Agriculture News : देश में किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए सरकार की तरफ से कई महत्वाकांक्षी परियोजना नहीं चलाई जाती है। अब किसानों को लेकर एक बड़ी योजना सरकार ने बनाई है। देश के किसान भाइयों को अपनी खेती से जुड़ी परियोजनाओं का फायदा लेने में और ज्यादा सहूलियत मिलेगी। किसान भाइयों की फार्मर आईडी अब बनाई जाएगी। किसानों को ATM कार्ड जैसा कार्ड मिलेगा। ये कार्ड कृषि योजनाओं बदलाव आएगा।  

 

The Chopal : किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने और सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे किसानों तक पहुंचाने के लिए सरकार एक नई और बड़ी पहल कर रही है। इस योजना के तहत "फार्मर आईडी कार्ड" की शुरुआत की जा रही है, जो कि ATM कार्ड जैसा होगा और किसानों को कृषि से जुड़ी योजनाओं और सब्सिडी का लाभ लेने में बड़ी सहूलियत देगा।

ATM कार्ड की तरह काम करेगा

खेती से जुड़ी योजनाओं का लाभ लेना अब देश के करोड़ों किसानों के लिए और भी आसान होने वाला है। केंद्र सरकार ने एक नई योजना के तहत किसानों को एक अलग तरह का "फार्मर आईडी" देने का लक्ष्य रखा है, जो ATM कार्ड की तरह काम करेगा। किसानों को इस ID से सरकार की सभी योजनाओं का लाभ लेना आसान होगा और बार-बार दस्तावेज जमा करने की जरूरत नहीं होगी।

क्या फार्मर आईडी है? (Farmer ID क्या है?)

‘फार्मर आईडी’ एक अलग पहचान संख्या होगी, जो आधार नंबर से जुड़ी होगी. यह 11 अंकों का होगा। यह सारी जानकारी डिजिटली दर्ज करेगा, जिसमें किसान का नाम, खेती का रकबा, बोई गई फसलें, भूमि का GPS स्थान, पिछले वर्षों में मिली सरकारी योजनाओं का लाभ, आदि शामिल हैं। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, एक "एग्रीस्टैक परियोजना" के माध्यम से इस अभियान को लागू करेगा।

इसका लाभ कौन उठायेगा?

इस योजना का हिस्सा हर किसान होगा। खास बात यह है कि संयुक्त जमाबंदी में शामिल किसानों के लिए अलग-अलग ID बनाए जाएंगे। योजनाओं का लाभ सभी को मिलेगा, इसलिए खेती की जमीन का हिस्सा हर किसान को बराबर बांटकर रजिस्ट्री की जाएगी।

क्या लाभ होंगे?

बिना किसी अतिरिक्त दस्तावेज के, आप सीधे PM किसान योजना से मिलने वाले सालाना 6000 जैसे लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
MSP पर फसल खरीद, सब्सिडी, किसान क्रेडिट कार्ड लोन और फसल बीमा योजना जैसी सुविधाएं तेजी से और आसानी से मिलेंगी।
डिजिटल प्लेटफॉर्म भी किसानों को खेती की आवश्यकताओं के अनुसार सलाह, मिट्टी की जांच और मौसम आधारित जानकारी देंगे।
फार्मर आईडी से योजनाओं में पारदर्शिता बढ़ेगी और किसानों को जो अभी तक योजनाओं से लाभ नहीं मिला है, उनकी आसानी से पहचान होगी।

आवेदन और चरण

फार्मर ID प्राप्त करने के लिए राज्य सरकारें किसानों की जानकारी जुटा रही हैं। इसमें बैंक अकाउंट, मोबाइल नंबर, खतौनी और आधार कार्ड की जानकारी होगी। CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) और ऑनलाइन पोर्टल जल्द ही इस सेवा को शुरू करेंगे।

क्या इसकी आवश्यकता है?

आज भी कई किसानों को योजनाओं का पूरा लाभ नहीं मिलता, कभी दस्तावेजों की कमी से तो कभी जानकारी की कमी से। लेकिन फार्मर आईडी के आने के बाद हर किसान को डिजिटल पहचान मिलेगी, जिससे उसे हर योजना का सीधा और पारदर्शी लाभ मिलेगा।