टमाटर की इस किस्म से किसानों की होगी मौज, बंपर उत्पादन से होगा तगड़ा फायदा

श्री मुरली मनोहर टाउन स्नातकोत्तर महाविद्यालय बलिया के आनुवंशिकी एवं पादप प्रजनन के विशेषज्ञ प्रो. बृजेश सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि इस टाइम बंपर कमाई के लिए टमाटर की खेती बढ़िया ऑप्शन बन सकती है.
 

The Chopal, Tomato Farming : श्री मुरली मनोहर टाउन स्नातकोत्तर महाविद्यालय बलिया के आनुवंशिकी एवं पादप प्रजनन के विशेषज्ञ प्रो. बृजेश सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि इस टाइम बंपर कमाई के लिए टमाटर की खेती बढ़िया ऑप्शन बन सकती है. संकर प्रजाति के टमाटर की खेती अधिक उत्पादन देती है.

टमाटर की खेती करके आप भी तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं। आज हम आपको एक तरीका बताने वाले हैं जिससे किसान मालामाल बन सकते हैं। टमाटर की खेती के लिए आपको इस किस्म के 40 से 50 ग्राम बीज से करीबन ढ़ाई सौ क्विंटल की पैदावार ली जा सकते हैं। आज हम आपको ऐसी किस्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी खेती करके आप लाखों में मुनाफा कमा सकते हैं। चलिए जानते हैं विस्तार से पूरी जानकारी

श्री मुरली मनोहर टाउन स्नातकोत्तर महाविद्यालय बलिया के आनुवंशिकी और पादप प्रजनन के विशेषज्ञ प्रो. बृजेश सिंह ने बताया कि टमाटर की खेती इस समय बंपर कमाई का एक अच्छा उपाय बन सकती है। मुख्य बात यह है कि इस समय संकर प्रजाति के टमाटर की खेती अधिक उपज देती है, जो किसानों को लाभ दे सकती है। 60 से 70 दिन में इसमें फल आने लगते हैं।

केवल इसका ध्यान रखें

टमाटर की नर्सरी को सबसे पहले तैयार करें। रोपाई करते समय प्रत्येक लाइन से 60 से 80 सेंटीमीटर की दूरी रखें। 45 से 60 सेमी तक की दूरी रख सकते हैं। एक एकड़ में चार दर्जन से पच्चीस ग्राम बीज की आवश्यकता होती है। इसकी खेती में गर्मियों में बंधाई आवश्यक है। ताकि उत्पादन बेहतर हो, इसे डंडे के माध्यम से बांधकर ऊपर की तरफ चढ़ा देना चाहिए। मिट्टी के संपर्क में आने पर टमाटर सड़ने लगता है। एक एकड़ में इससे कम से कम 200 क्विंटल उत्पादन होता है।

कम लागत में लाखों की कमाई: एक एकड़ की खेती का टोटल खर्च एक लाख रुपये तक हो सकता है। इस उपज का मूल्य कम से कम ढाई सौ क्विंटल होता है, यानी अगर ₹20 किलो का टमाटर बाजार में मिल रहा है, तो भी उपज 5 लाख रुपये की होती है। यानी चार लाख रुपये का सीधा लाभ हो सकता है। टमाटर की समयानुसार ₹80 प्रति किलो से भी अधिक की कीमत होती है। यानी, यह खेती किसानों को लाभदायक हो सकती है।