UP में यहां बनेगा फोरलेन हाईवे, कई जिलों का जुड़ाव बनेगा आसान, 16 गांवों की जमीन होगी अधिग्रहण

UP News : उत्तर प्रदेश में अच्छी यातायात कनेक्टिविटी के लिए सरकार की तरफ से एक्सप्रेसवे, हाईवे के अलावा रोड कनेक्टिविटी के विकास को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ रही है. इस प्रोजेक्ट के तहत 16 गांवों की जमीन का अधिग्रहण होने वाला है. सात गांवों में संयुक्त सर्वे प्रक्रिया का काम पूरा कर लिया लिख दिया है. 
 
 

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में बाराबंकी से वाया फतेहपुर के लखीमपुर हाईवे की दूसरे फेज को स्वीकृति पहले मिल चुकी है. इस प्रोजेक्ट की दूसरे फेज के तहत किमी 19 से 39 को मंजूरी मिल चुकी है. इस प्रोजेक्ट पर 660 करोड रुपए खर्च होने वाला है. इस खर्च को मंजूरी भी मिल चुकी है. 

ग्रीनफील्ड के रूप में विकसित होगा

जमीन खरीदने के 222 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे. PWD के स्टेट हाईवे विंग बाराबंकी से लखीमपुर खीरी के रोड को अयोध्या हाईवे के सफेदाबाद के पास से निकालने का खाका तैयार कर लिया है. बता दे की सफेदाबाद से निकलने वाले इस फोरलेन हाईवे पर लगभग 9 किलोमीटर का हिस्सा ग्रीनफील्ड के रूप में विकसित होगा. 9 किलोमीटर के हिस्से में इस हाइवे पर दोनों साइड खेती योग्य जमीन ही है. जिससे इस हाइवे पर हरियाली का अनुभव होगा.

16 गांवों में निजी जमीन का अधिग्रहण

इस फोर लाइन हाईवे का जुड़ाव चंदौली गांव के पास देवा फतेहपुर मुर्दाबाद रोड से कनेक्ट होगा. पुराने देवा रोड से यहां की दूरी 5 किलोमीटर होगी. फिर इस सड़क को फोरलेन बनाकर देवा की मामापुर नहर पुल तक ले जाएगा. यह शारदा नहर के किनारे से कांशीराम कॉलोनी के पास जाकर फिर पुराने सड़क से जुड़ जाएगा। योजना के अनुसार, फिर हाइवे विशुनपुर, फतेहपुर, महमूदाबाद होकर लखीमपुर तक जाएगा,  सलारपुर के पास से पुरानी सड़क को फोरलेन करते हुए गुजरने वाला हैं। जानकारी के लिए बता दे की 16 गांवों में इस बीच निजी जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। इनमें से सात गांवों में संयुक्त सर्वे का कार्य पूरा हुआ है।

निर्धारित रास्ता फोरलेन किया जाएगा

पीडब्ल्यूडी के स्टेट हाइवे विंग ने भी लखीमपुर हाइवे की शुरुआत का प्रस्ताव दिया है। इसके लिए चिनहट से देवा तक एक फोरलेन बनाने की योजना है। टाटा फैक्ट्री के पास से बाहर रिंग रोड से इसे बढ़ा सकते हैं। फिर देवा में एक बाईपास बनाकर पुराने रोड को कांशीराम कॉलोनी से जोड़ा जा सकता है। पीडब्ल्यूडी बाराबंकी प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता राजीव कुमार राय ने बताया कि राज्य विभाग ने प्रारंभिक अध्ययन के साथ लखीमपुर हाइवे की शुरुआत के दो विकल्प को केंद्र सरकार को मंजूरी के लिए भेजा है। हरी झंडी मिलने पर, निर्धारित रास्ता फोरलेन किया जाएगा। स्टेट डिविजन ने प्रारंभिक सर्वे की जानकारी दी है।

222 करोड़ रुपये जमीन खरीद पर खर्च होंगे

बाराबंकी से फतेहपुर तक चलने वाले लखीमपुर हाइवे के दूसरे फेज के किमी 19 से 39 तक को पहले से ही अनुमोदित किया गया है। 660 करोड़ रुपये इस कार्य के लिए मंजूर किए गए हैं। सिर्फ 222 करोड़ रुपये जमीन खरीद पर खर्च होंगे। यह भी लगभग 4.75 करोड़ वन विभाग और 3 करोड़ बिजली पोल शिफ्टिंग का खर्च है। इस राजमार्ग के दूसरे फेज में विशुनपुर के पास लगभग सवा चार किलोमीटर लंबे बाईपास रोड और फतेहपुर में पौने छह किलोमीटर लंबे बाईपास रोड का भी निर्माण किया जाना है। फतेहपुर में बाइपास रोड पर एक आरओबी बनाया जाएगा। इसके अलावा, दूसरे फेज में ग्यारह छोटे पुल और एक बड़ा पुल बनाया जाएगा। 16 गांवों में इस बीच निजी जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। इनमें से सात गांवों में संयुक्त सर्वे का कार्य पूरा हुआ है।