झुंझुनूं से हरियाणा सीमा तक बनेगी फोरलेन सड़क, 5 बाईपास बनेगें, 2202 करोड़ की परियोजना को केंद्र की मंजूरी
Rajasthan road news: इस परियोजना के पूरा होने से न केवल शेखावाटी क्षेत्र की कनेक्टिविटी बेहतर होगी, बल्कि दिल्ली, हरियाणा और पश्चिमी राजस्थान के बीच आवागमन भी पहले की तुलना में कहीं अधिक सुगम और तेज हो जाएगा।
Rajasthan News: राजस्थान के झुंझुनूं जिले को राष्ट्रीय सड़क नेटवर्क से और मजबूत जोड़ने की दिशा में एक बड़ी पहल को मंजूरी मिल गई है। केंद्र सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने झुंझुनूं से चिड़ावा, सिंघाना और पचेरी होते हुए हरियाणा सीमा तक जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-11 (NH-11) के फोरलेन निर्माण को स्वीकृति प्रदान कर दी है। करीब 78.18 किलोमीटर लंबी इस फोरलेन सड़क परियोजना पर 2202.67 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
इस परियोजना के पूरा होने से न केवल शेखावाटी क्षेत्र की कनेक्टिविटी बेहतर होगी, बल्कि दिल्ली, हरियाणा और पश्चिमी राजस्थान के बीच आवागमन भी पहले की तुलना में कहीं अधिक सुगम और तेज हो जाएगा।
इन इलाकों में बनेंगे बाईपास और रिंग रोड
परियोजना के तहत झुंझुनूं बीड़, बगड़, खुड़ाना, सिंघाना और पचेरी कलां जैसे प्रमुख कस्बों में चार लेन बाईपास का निर्माण किया जाएगा, जिससे शहरों के भीतर ट्रैफिक दबाव कम होगा। वहीं चिड़ावा क्षेत्र में विशेष रूप से पिलानी रोड से लाखू तिराहा और लाखू तिराहा से ओजटू तिराहा तक चार लेन रिंग रोड बनाई जाएगी।
इस फोरलेन परियोजना में 41.66 किलोमीटर लंबाई में बाईपास सड़क और 36.52 किलोमीटर लंबाई में मौजूदा सड़क को चौड़ा कर चार लेन में बदला जाएगा। इसके अलावा यातायात को सुरक्षित और निर्बाध बनाने के लिए छोटे-बड़े कुल 42 पुलों (ब्रिज) का निर्माण भी प्रस्तावित है।
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी
वर्तमान स्थिति की बात करें तो इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है। अधिकारियों के अनुसार, झुंझुनूं से मंडावा होते हुए फतेहपुर तक सड़क निर्माण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है, हालांकि झुंझुनूं शहर के आसपास कुछ हिस्सों में अभी काम शेष है। वहीं झुंझुनूं से बगड़, चिड़ावा और पचेरी होते हुए हरियाणा सीमा तक का कार्य लंबे समय से रुका हुआ था।
हरियाणा की ओर पचेरी से आगे अधिकांश सड़क निर्माण पहले ही पूरा किया जा चुका है। इस फोरलेन मार्ग के बन जाने के बाद नारनौल होते हुए पनियाला मोड़ तक पहुंचना भी बेहद आसान हो जाएगा, जिससे हरियाणा और राजस्थान के बीच सीधा और तेज संपर्क स्थापित होगा।
कई वर्षों से लंबित था प्रोजेक्ट
यह सड़क परियोजना पिछले कई वर्षों से लंबित थी। लंबे समय से स्थानीय लोगों, व्यापारियों और जनप्रतिनिधियों द्वारा इसके निर्माण की मांग की जा रही थी। मीडिया स्तर पर भी इस मुद्दे को लगातार उठाया गया, जिसके बाद केंद्र सरकार ने इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए बजट स्वीकृत किया।
परियोजना को मंजूरी मिलने से क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल है और इसे शेखावाटी क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
दिल्ली से बीकानेर तक आसान होगी यात्रा
फोरलेन सड़क के निर्माण के बाद दिल्ली से झुंझुनूं होते हुए बीकानेर तक की यात्रा कहीं अधिक सुगम हो जाएगी। यात्रा समय में कमी आएगी और सड़क सुरक्षा भी बेहतर होगी। भारी वाहनों और यात्री वाहनों को शहरों में जाम से राहत मिलेगी।
आर्थिक और औद्योगिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
इस हाईवे परियोजना से क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी नई गति मिलने की उम्मीद है। बेहतर सड़क संपर्क के कारण औद्योगिक निवेश बढ़ेगा, व्यापारिक गतिविधियों को मजबूती मिलेगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। खासकर किसानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा, क्योंकि वे अपने कृषि उत्पादों को गुरुग्राम, दिल्ली और अन्य बड़े बाजारों तक कम समय और कम लागत में पहुंचा सकेंगे।
क्षेत्रीय विकास को मिलेगी नई रफ्तार
विशेषज्ञों का मानना है कि 2202.67 करोड़ रुपये की इस फोरलेन परियोजना से झुंझुनूं जिले और आसपास के क्षेत्रों के विकास को पंख लगेंगे। बेहतर कनेक्टिविटी से शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और पर्यटन जैसे क्षेत्रों को भी मजबूती मिलेगी। कुल मिलाकर, झुंझुनूं से हरियाणा सीमा तक बनने वाली यह फोरलेन सड़क न केवल यातायात की दृष्टि से अहम होगी, बल्कि शेखावाटी क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास में भी मील का पत्थर साबित होगी।