CNG गाड़ी वालों की बल्ले बल्ले, 20 हजार से 5 लाख रुपये तक का फ्री फ्यूल कार्ड 

एमजीएल (MGL) नए सीएनजी वाहनों को बढ़ावा देने के लिए ओईएम के साथ-साथ वाहनों को रेट्रोफिट करने के लिए प्रमुख सीएनजी किट वितरकों के साथ साझेदारी की है।
 

The Chopal News : मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र (एमएमआर) में महानगर गैस लिमिटेड यानी एमजीएल (MGL) ने मंगलवार को नई और रेट्रोफिटेड सीएनजी कारों और अन्य कॉमर्शियल वाहनों के लिए एक शानदार पेशकश की है।

इस पेशकश के तहत, 20,000 रुपये से 500,000 रुपये के बीच फ्री फ्यूल कार्ड यानी मुफ्त ईंधन कार्ड (free fuel cards) के नए प्रोत्साहन की घोषणा की गई है। आईएएनएस की खबर के मुताबिक, एमजीएल की तरफ से इस पेशकश के पीछे दरअसल, गाड़ियों के प्रदूषण को कम करना है।

खबर के मुताबिक, एमजीएल (MGL)के मैनेजिंग डायरेक्टर आशु सिंघल ने कहा कि एमजीएल सीएनजी फेस्टिवल के तहत कंपनी मुंबई, ठाणे और रायगढ़ जिलों में नए सीएनजी गाड़ियां खरीदने वालों या मौजूदा पेट्रोल-डीजल वाहनों को गैस में बदलने के लिए प्रोत्साहन (MGL free fuel cards in MMR) की पेशकश करेगी। कारों के लिए ईंधन कार्ड प्रोत्साहन 19,999 रुपये, छोटे, मध्यम और बड़े कॉमर्शियल गाड़ियों (3.5 से 10 से 15 टन तक) के लिए 200,000 रुपये, 350,000 रुपये और 500,000 रुपये होगा।

ये भी पढ़ें - UP में भूमि अधिग्रहण का जयपुर मॉडल होगा लागू, मुहावजे के साथ मिलेगी जमीन 

सीएनजी के इस्तेमाल को पॉपुलर बनाने की तैयारी

प्राइवेट सीएनजी बसें 300,000 रुपये के ईंधन कार्ड लाभ की हकदार होंगी, और सभी लाभार्थी एमजीएल के 310 से ज्यादा आउटलेट्स पर उनका बेनिफिट उठा सकते हैं और कॉमर्शियल गाड़ियां भी उनका उपयोग घाटकोपर और गोरेगांव में चुनिंदा बेस्ट बस डिपो में गैस भरने के लिए कर सकते हैं। सिंघल ने कहा कि यह योजना स्वच्छ और हरित ईंधन सीएनजी के इस्तेमाल को पॉपुलर बनाने के लिए शुरू की गई है।

नए वाहन खरीदने की योजना बनाने वालों को फायदा

सिंघल ने कहा कि एमजीएल (MGL) नए सीएनजी वाहनों को बढ़ावा देने के लिए ओईएम के साथ-साथ वाहनों को रेट्रोफिट करने के लिए प्रमुख सीएनजी किट वितरकों के साथ साझेदारी की है। हमें उम्मीद है कि यह उन लोगों के लिए फायदेमंद होगा जो नए वाहन खरीदने की योजना बना रहे हैं या जो रेट्रोफिटमेंट का विकल्प चुन रहे हैं।

बता दें, एमजीएल लगभग दस लाख वाहनों के लिए सीएनजी का एकमात्र ऑथोराइज्ड डिस्ट्रीब्यूटर है, जिसमें 350,000 ऑटो रिक्शा, 450,000 कारें और 60,000 से अधिक कैब, 3,000 एलसीवी और 2,600 सार्वजनिक बसें शामिल हैं। साथ ही पीएनजी भी 22 लाख से अधिक घरों और 4,500 से अधिक छोटे, वाणिज्यिक और औद्योगिक प्रतिष्ठानों तक पहुंचता है।

ये भी पढ़ें - उत्तर प्रदेश के इन गांवों में मिलेगी हाईटेक सुरक्षा, यह है प्लान