Ganga Vilas Cruise : सबसे लक्जरी क्रूज में आम आदमी भी कर सकेंगे सफर, 24 घंटे का लगेगा इतना किराया

भारतीय पर्यटकों (Indian tourists) के लिए खुशखबरी! देश के सबसे लक्जरी क्रूज, "गंगा विलास क्रूज" (Ganga Vilas Cruise) ने अब देसी पर्यटकों के लिए भी सफर के दरवाजे खोले हैं.
 

The Chopal : देश के सबसे लक्जरी क्रूज में शुमार गंगा विलास क्रूज (Ganga Vilas Cruise) एक बार फिर काशी की ओर अपनी यात्रा शुरू करने का इंतजार कर रहा है. 20 अक्टूबर को यह क्रूज काशी (कालकट्टा) पहुंचेगा. इस बार की खास बात यह है कि इस लक्जरी क्रूज पर देसी पर्यटक भी सफर कर पाएंगे. अब तक 25 पर्यटकों ने इसके लिए बुकिंग करा ली है. कोलकाता, मुंबई, दिल्ली समेत अन्य बड़े शहरों के लोग भी इसमें शामिल होने के लिए तैयार हैं. बताया गया है कि इस लक्जरी क्रूज में 24 घंटे के लिए दो बेड वाले सुइट कमरों का किराया करीब 50 हजार रुपये है.

20 अक्टूबर को वाराणसी पहुंचने के बाद, यह क्रूज 40 दिनों तक वहीं ठहरेगा. वाराणसी से ही देसी पर्यटक गंगा के तटों की यात्रा का आनंद उठाएंगे, जिसमें चुनार, मिर्जापुर, और गाजीपुर के प्रमुख पर्यटक स्थल शामिल हैं. इसके लिए एक तीन दिन का पैकेज तैयार किया गया है, जिसका किराया लगभग 1.5 लाख रुपये के करीब है. इसके लिए इंक्वायरी भी लगातार जारी है.

देव दिवाली की धूम

क्रूज के डायरेक्टर राज सिंह ने बताया कि इस बार देव दिवाली पर भी पर्यटकों का स्वागत किया जाएगा, जो इस लक्जरी क्रूज से गंगा के तटों की अद्वितीय छठा का आनंद उठाएंगे. इसके लिए मुंबई की एक टीम ने बुकिंग कराई है.

विदेशी पर्यटकों की भागीदारी

20 अक्टूबर को आने वाले इस क्रूज में विदेशी पर्यटक भी शामिल होंगे. इसमें अधिकांश संख्या में स्विट्जरलैंड से पर्यटक शामिल हैं. कुछ पर्यटक पटना और साहबगंज में उतरेंगे, जबकि बाकी कोलकाता से काशी तक यात्रा करेंगे.

विशेष आरामदायक सुविधाएं

इस लक्जरी क्रूज में कुल 36 यात्रीगण के लिए विशेष आरामदायक सुविधाएं हैं. इसमें 18 महाराजा सुइट कमरे शामिल हैं, जहां दो लोग आराम से रह सकते हैं. इसके साथ ही अनेक सुविधाएं भी हैं. यह क्रूज नदियों के रास्ते के दुनिया की सैर कराने वाला लक्जरी क्रूज है.15 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना किया था.

Also Read: Indian Railways Fact: 25 किमी. के इस रूट पर चलाई गई थी देश की पहली ट्रेन, देखने वालों का लग गया था तांता