Delhi NCR वालों के लिए अच्छी खबर, रैपिड रेल से जुड़ेगा ये इलाका, 72 किमी. लंबा होगा कॉरिडोर

संचालन से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को कनेक्टिविटी के साथ ही गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा के सेक्टर को परिवहन की एक अच्छी सुविधा मिल जाएगी। अधिकतर सेक्टर इससे जुड़ जाएंगे।
 

The Chopal ( New Delhi ) नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को कनेक्टिविटी के लिए रैपिड रेल परियोजना पर काम आगे बढ़ेगा। गाजियाबाद से ग्रेटर नोएडा वेस्ट होते हुए रैपिड रेल नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक जाएगी। मुख्य सचिव डीएस मिश्रा की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया और एनसीआरटीसी द्वारा तैयार व्यावहारिकता रिपोर्ट को स्वीकृति दी गई। रैपिड रेल कॉरिडोर करीब 72 किलोमीटर लंबा होगा।

ग्रेटर नोएडा के सेक्टरों से कनेक्टिविटी होगी बेहतर

यह गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा वेस्ट, सूरजपुर, ईकोटेक, कासना, दनकौर और यमुना प्राधिकरण के सेक्टरों से होता हुआ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक जाएगा। दो फेज में बनने वाले इस कॉरिडोर पर 15000 करोड़ से अधिक की लागत आने का अनुमान है। एलिवेटेड कॉरिडोर 2030 तक तैयार होने की संभावना जताई गई है।

एनसीईआरटीसी को परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। रैपिड रेल परियोजना पर 20 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार 50 प्रतिशत राज्य सरकार व शेष 30 प्रतिशत राशि प्राधिकरण मिलकर वहन करेंगे।

रैपिड रेल की संचालन से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को कनेक्टिविटी के साथ ही गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा के सेक्टर को परिवहन की एक अच्छी सुविधा मिल जाएगी। अधिकतर सेक्टर इससे जुड़ जाएंगे।

इलेक्ट्रिक बस सेवा भी होगी शुरू

इसके साथ ही परी चौक पर एक्वा मेट्रो और रैपिड रेल आपस में जोड़ने से काफी फायदा होगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से आईजीआई एयरपोर्ट दिल्ली जाने के लिए गाजियाबाद सराय काले खान होते हुए पहुंचा जा सकेगा। इस रूट पर यात्रियों की संख्या अधिक मिलने की संभावनाओं को देखते हुए स्वीकृति दी गई है।

इसके साथ ही इलेक्ट्रिक बस सेवा भी शुरू की जाएगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से नोएडा, गाजियाबाद के सेक्टर तक 100 इलेक्ट्रिक बेस का संचालन होगा। एनसीआरटीसी बस उपलब्ध कराएगी। परिचालन पर आने वाला खर्च प्राधिकरण वहन करेंगे।

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