गोरखपुर AIIMS को मिलेगी बड़ी सौगात, CM योगी जल्द ही करेंगे शिलान्यास

UP News : उत्तर प्रदेश के जिले में योगी सरकार एम्स अस्पताल का निर्माण करने जा रही है। इस एम्स अस्पताल की सबसे खास बात यह होगी कि इसमें 500 बेड के विश्राम गृह का निर्माण किया जाएगा। इस एम्स अस्पताल को ढाई साल में बनकर तैयार कर लिया जाएगा।

 

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए योगी सरकार ने कुछ दिन पहले बड़ा ऐलान किया था। जिसके तहत प्रदेश के गोरखपुर में एम्स अस्पताल बनाने की घोषणा की थी। इस एम्स अस्पताल में 500 बेड का विश्राम गृह भी बनाया जाएगा। इस विश्रामगृह का निर्माण इमरजेंसी वार्ड के सामने वाली पार्किंग में पावर ग्रिड कॉरपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड की तरफ से किया जाएगा। इस अस्पताल का निर्माण हो जाने के बाद प्रदेश की जनता को काफी लाभ मिलने वाला है।

गोरखपुर में एम्स के निर्माण के लिए जल्द ही कार्यदायी एजेंसी नामित करते हुए मुख्यमंत्री के हाथों शिलान्यास की तैयारी शुरू हो गई है। इसे लेकर दोनों संस्थानों के बीच शुक्रवार को एम्स के ऑडिटोरियम में एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडर स्टैडिंग) पर हस्ताक्षर किए गए।

एमओयू पर एम्स के निदेशक डॉ. अजय भारती और पॉवरग्रिड के प्रशासनिक प्रमुख वाईके दीक्षित ने हस्ताक्षर किए। इसके निर्माण पर पॉवर ग्रिड सीएसआर फंड से 45 करोड़ रुपये खर्च करेगा। निर्माण कार्य 31 मार्च 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है। एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. अजय सिंह ने कहा कि यह विश्राम सदन पूर्वांचल के जिलों के अलावा, बिहार और नेपाल से एम्स आने वाले लगभग 50 लाख लोगों को एक सुरक्षित, स्वच्छ और किफायती आवास के रूप में सस्ते दर पर उपलब्ध होगा।

इससे मरीज के साथ आए तीमारदारों को ठंड, गर्मी और बरसात में काफी राहत मिलेगी। कार्यकारी निदेशक ने कहा कि एमओयू पर साइन होने के बाद अब कार्यदायी एजेंसी नामित कर दिसंबर में ही इसका शिलान्यास करा दिया जाएगा। उन्होंने वहां मौजूद एडीएम अंजनी कुमार सिंह से इस संबंध में पहल की अपील करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री से इसका शिलान्यास कराने के साथ ही एम्स में आए बदलाव से भी उन्हें अवगत कराया जाएगा।

पॉवर ग्रिड के कार्यकारी निदेशक वाईके दीक्षित ने कहा कि करीब 45 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले विश्राम सदन में सभी जरूरी सुविधाओं का ख्याल रखा जाएगा। हमारा प्रयास होगा कि दो से ढाई साल में इसे तैयार कर लिया जाए। इससे एम्स में उपचार के लिए आए मरीजों के परिजनों को बहुत राहत मिलेगी।

इस मौके पर एम्स के उप निदेशक अरुण कुमार सिंह, एडीएम अंजनी कुमार सिंह, पॉवर ग्रिड सीएसआर के कार्यकारी निदेशक ए नागराजू, गोरखपुर पॉवर ग्रिड गोरखपुर के महाप्रबंधक डीपी सिंह, उप महाप्रबंधक सीएसआर सबाहत उमर मौजूद रहे।

गोरखपुर से जुड़ाव का भी किया जिक्र

पॉवर ग्रिड कार्पोरेशन के कार्यकारी निदेशक वाईके दीक्षित ने कहा कि उनका जन्म गोरखपुर में ही हुआ और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई थी। इसलिए उनके लिए यह अवसर बेहद खास है। जब हमें इसकी जानकारी मिली कि एम्स गोरखपुर में हमारे संगठन की तरफ से सीएसआर फंड से कार्य कराया जाना है तो हमने प्रयास किया कि इसका लाभ जल्द से जल्द यहां के लोगों को मिले। इस पर कार्यकारी निदेशक डॉ. अजय सिंह ने कहा कि अगले साल एम्स में कुछ नए उपकरणों की खरीद भी पॉवर ग्रिड से कराने के लिए आवेदन किया जाएगा। इस पर सभी मुस्कुराने लगे।