UP की महिलाओं के लिए सरकार ने बनाई खास योजना, प्याज-लहसुन-अदरक से बदलेगी तस्वीर 

UP News : अब के समय में ग्रीन स्टार्टअप विकसित हो रहे हैं। अब महिलाएं सोलर ड्रायर से अदरक, प्याज और लहसुन सुखाकर विदेशों में निर्यात करेंगी। इससे बुंदेलखंड की महिलाएं स्वावलंबी और आत्मनिर्भर हो जाएंगी।

 

UP Update Today : बुंदलेखंड की महिलाएं अब सोलर ड्रायर का उपयोग करके प्याज, लहसुन, टमाटर, अदरक और हल्दी को भी सुखाएंगी। फिर आपको दे की ये विदेशी कंपनियों को बेचे भी जाएंगे। सरकार ऐसे सोलर ड्रायर को 90 फीसदी तक का अनुदान पर बुंदलेखण्ड की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने जा रही है। इसमें "S for S" नामक संस्था की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होगी, जो महिलाओं द्वारा तैयार उत्पादों को नेस्ले, केएफसी, आईटीसी जैसी प्रसिद्ध कंपनियों को बेचने के लिए महिलाओं को वैज्ञानिक तरीके से उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण देगी। 

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एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन) के माध्यम से भी बेहतर गुणवत्ता का कच्चा माल मिलेगा। इससे किसानों को बाजार और भारी लाभ भी मिलेगा। यह योजना पहले झांसी और ललितपुर में लागू होगी। बाद में इसे बुन्देलखण्ड के अन्य जिलों में भी लागू करने का प्रस्ताव है। 

पहले चरण में प्रशिक्षण के लिए 150 महिलाओं का चयन 

पहले चरण में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी 150 महिलाओं को चुना गया है। ‘SFORS’ नामक संस्था इन चुनी गई महिलाओं को प्रशिक्षण देने लगी है। 15 दिनों के प्रशिक्षण के बाद वे नौकरी शुरू करने में मदद मिलेगी। कंपनियां अपने उत्पादों को पाउडर के रूप में भी बेच सकते हैं। तैयार और कच्चे माल के स्टोर के लिए तैयार होने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर (आधारभूत संरचना) के लिए भी पचास प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी।

आईएफसी का होगा अहम रोल

अंतरराष्ट्रीय फाइनांस कार्पोरेशन (आईएफसी) विश्व बैंक की सहयोगी है और इस योजना में महत्वपूर्ण योगदान देता है। आईएफसी ही इसके लिए धन देता है।

उत्पाद खरीदने के लिए बड़ी कंपनियों 

अब तक आधा दर्जन कंपनियों के साथ एमओयू किया गया है ताकि महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पाद फैक्ट्री से निकलते ही तुरंत बिक जाएं। कई अन्य कंपनियों से भी बातचीत जारी है।

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