हरियाणा के सिरसा जिले में बाबा सरसाई नाथ के नाम से बनेगा मेडिकल कॉलेज, मुख्यमंत्री खट्टर ने की बड़ी घोषणा
 

रविवार को सिरसा के गांव सिकंदरपुर में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल डेरा ब्यास में पहुंचे। उस समय उन्होंने साध संगत के साथ बैठकर महाराज गुरविंद्र सिंह ढिल्लो का भाषण सुना। बाद में मुख्यमंत्री ने महाराज गुरविंदर सिंह ढिल्लो के निवास स्थान पर जाकर उनसे मुलाकात की और उनका सम्मान शॉल देकर किया।
 

चंडीगढ़ : रविवार को सिरसा के गांव सिकंदरपुर में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल डेरा ब्यास में पहुंचे। उस समय उन्होंने साध संगत के साथ बैठकर महाराज गुरविंद्र सिंह ढिल्लो का भाषण सुना। बाद में मुख्यमंत्री ने महाराज गुरविंदर सिंह ढिल्लो के निवास स्थान पर जाकर उनसे मुलाकात की और उनका सम्मान शॉल देकर किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल सत्संग के बाद सिरसा के रेडक्रोस भवन में बनने वाले नशा मुक्ति पुनर्वास केंद्र की जमीन का निरीक्षण किया और उपायुक्त पार्थ गुप्ता को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए ताकि भविष्य में पुनर्वास केंद्र का विस्तार आसानी से किया जा सके।

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CM मनोहर लाल ने जमीन का निरीक्षण करते हुए कहा कि सिरसा बाबा सरसाई नाथ के नाम पर बसा हुआ है। मुख्यमंत्री ने सिरसा मेडिकल कॉलेज को बाबा सरसाई नाथ के नाम पर नामांकित किया। उनका कहना था कि सरकार ने मेडिकल कॉलेज के भवन की मंजूरी दी है और जल्द ही इसका निर्माण शुरू होगा ताकि आसपास के लोगों को और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। उनका कहना था कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि राज्य के हर नागरिक को उचित स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें। आयुष्मान चिरायु योजना को इसके लिए बढ़ाया गया है।    

नशामुक्ति के संबंध में अधिकारियों को खास दिशा-निर्देश जारी - 

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सिरसा के नशामुक्त सुधार गृह में युवाओं से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने समय पर ही जिला प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए, खासकर नशामुक्ति को लेकर। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को कहा कि नशे के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाकर दोषियों को गिरफ्तार करके नशे को जड़ से खत्म करना चाहिए।  

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स्टेट बॉर्डर पर खास ध्यान देंने की जरूरत - 

नशाखोरी सुधार गृह में भर्ती युवाओं से बातचीत करते हुए, मुख्यमंत्री ने उन्हें समाज की मुख्यधारा में लौटने के बाद स्वतंत्र होने की सलाह दी। उन्होंने उपायुक्त को निर्देश दिए कि युवा नशामुक्ति केंद्र से स्वस्थ होकर निकलें। इसके लिए सकारात्मक, सफल और कारगर प्रयत्न करें। उनका कहना था कि स्वस्थ युवाओं को पंजीकृत करके उन्हें कौशल प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश की जानी चाहिए। इसके अलावा, ऐसे युवा लोगों को जिला स्तर पर सम्मानित किया जाए, ताकि वे दूसरे युवा लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बन सकें। उनका कहना था कि राज्य की सीमा पर नशा तस्करी पर विशेष निगरानी रखी जाएगी, ताकि कोई अवैध तस्कर सीमा पार नहीं कर पाए।