Health Insurance : हेल्‍थ इंश्‍योरेंस से अब मुफ़्त में क‍िसी भी अस्‍पताल में होगा इलाज, हॉस्पिटल नेटवर्क का झंझट खत्म
 

What is Cashless Everywhere: पॉलिसीहोल्डर को भी अपना या अपने परिवार का इलाज कराने का अधिकार होगा। इससे पॉलिसीहोल्डर भी पॉलिसी नेटवर्क से बाहर के अस्पतालों से कैशलेस इलाज प्राप्त कर सकेंगे।

 

Health Insurance Rules Change: यह खबर आपके लिए है अगर आपने परिवार के लिए किसी भी कंपनी से हेल्थ इंश्योरेंस लिया है या करने की योजना बना रहे हैं। जी हां, किसी भी इंश्योरेंस होल्डर के लिए कैशलेश ट्रीटमेंट में नेटवर्क हॉस्पिटल का प्रयोग किया गया है। यदि आपके पास स्वास्थ्य बीमा है तो आप किसी भी अस्पताल में कैशलेस इलाज करा सकते हैं। नॉन-लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों को री-प्रजेंट करने के लिए जनरल इंश्योरेंस काउंसिल ने "कैशलेस एवरीव् हेयर" अभियान शुरू किया है।

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नाम से ही पता चलता है कि कैशलेश एवरीव्हेयर मेकअप अब कहीं भी उपचार कर सकते हैं। यह मुहिम हर बीमाकर्ता के हॉस्पिटल नेटवर्क को एक संयुक्त नेटवर्क में शामिल करना चाहता है। इसके परिणामस्वरूप, पॉलिसीहोल्डर को अपना या अपने परिवार का इलाज कराने का अधिकार भी मिलेगा। इससे पॉलिसीहोल्डर भी पॉलिसी नेटवर्क से बाहर के अस्पतालों से कैशलेस इलाज प्राप्त कर सकेंगे।

40,000 से ज्‍यादा अस्पतालों का नेटवर्क

इस सेटअप में शामिल होने वाली बीमा कंपनियों को प्रतिबद्धता है कि वे किसी क्लेम के बारे में जानकारी मिलने पर नॉन-नेटवर्क वाले हॉस्पिटल को अपने नेटवर्क का हिस्सा बनाकर उनके दावों का निरीक्षण करेंगे। यह लाभदायक होगा क्योंकि पॉलिसीहोल् डर बीमाकर्ताओं के नेटवर्क के आधार पर कुछ हजार के बजाय 40,000 से अधिक अस्पतालों को चुन सकेंगे। इसका उद्देश्य ग्राहकों को अननेटवर्क अस्पतालों के लिए भुगतान करने से बचाना है, विवादों को कम करना है और धोखाधड़ी के मामलों को कम करना है।

कब देनी होगी इलाज से जुड़ी जानकारी

इस सेवा को उपयोग करने के लिए पॉलिसीहोल्डर को 48 घंटे पहले जानकारी देनी होगी, जैसे कि सर्जरी। इसके अलावा, एक इमजेंसी मामले में 48 घंटे के अंदर इंश्योरेंस कंपनी को सूचना देना अनिवार्य है। इसके अलावा, पॉलिसी की शर्तों का पालन होना चाहिए। कैशलेस बेनिफिट के लिए बीमाकर्ता के निर्देशों का पालन करना आवश्यक है। अब तक, कस्टमर केवल अपनी इंश्योरेंस कंपनी के नेटवर्क में शामिल अस्पतालों में कैशलेश ट्रीटमेंट पाते थे।

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ग्राहकों को नेटवर्क से बाहर के अस्पताल में इलाज कराने पर अपनी जेब से खर्च करना पड़ता था। इसके बाद, पॉलिसीहोल्डर संबंधित बीमा कंपनी के साथ हॉस्पिटल बिलों के साथ सौदा करता है। बीमा कंपनी 45 से 60 दिनों के अंदर पॉलिसीहोल्डर को इलाज का भुगतान देती थी। क्लेम में किसी तरह का इश्यू होने पर भी कई बार अधिक समय लगता था।