UP में इस जिले के 80 गांवों से गुजरेगी हाईस्पीड ट्रेन, 1305 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होगा
The Chopal, UP News : उत्तर प्रदेश के वाराणसी से पश्चिम बंगाल के हावड़ा तक एक सुपरफास्ट ट्रेन चलाने की योजना बनाई गई है। शासन द्वारा इस योजना के काम को तेज कर दिया गया है। रेलवे ने अभी इसके सर्वे का काम पूरा किया है। हाई स्पीड ट्रेन चलाने के लिए एक कॉरिडोर बनाया जाना जाएगा। कॉरिडोर बनाने के लिए जिलों के हिसाब से स्थानों का चयन किया जा रहा है। इसके आधार पर सर्वे कराया गया है। हाई स्पीड ट्रेन कॉरिडोर वाराणसी जिले में 800 गांवों से होता हुआ गुजरेगा। हाई स्पीड ट्रेन कॉरिडोर परियोजना के लिए 1305 हेक्टेयर जमीन का अधिकरण किया जाना है। इस कॉरिडोर की स्थापना के बाद वाराणसी से हावड़ा के लिए तीन से चार घंटे का समय लगेगा।
रेल मंत्रालय की कंसलटेंट एजेंसी नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने कॉरिडोर निर्माण से संबंधित विवरण जिला प्रशासन को भेजा है। कारपोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि देश में पहली बार हाई स्पीड ट्रेन को बनारस से बिहार, झारखंड तक करीब 800 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर बनाया जाएगा। इस पर लंबी दूरी तक एलिवेटेड पुल भी बनाए जाने है। कॉरिडोर में ट्रेनों की स्पीड 250 से 350 किलोमीटर प्रति घंटा (km/h) होगी।
अधिकारी ने दी, इसकी पूरी जानकारी
रेल कॉरपोरेशन ने कॉरिडोर एलाइनमेंट के सर्वेक्षण के बाद 80 गांवों की सूची बनाई है, जिसके बारे में एडीएम प्रशासन विपिन कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया। प्रशासन ने यह सूची प्राप्त की है। हालाँकि, गाटावार सर्वे अभी किया जाएगा। यह पूरी परियोजना 49 किलोमीटर तक जिले में चलेगी। एलिवेटेड ट्रेन लगभग 15 मीटर ऊपर से गुजरने वाली है। जिसका अधिकरण किया जाना है। एलिवेटेड लाइन के लिए जमीन की चौड़ाई 17.5 मीटर होगी। पुल के नीचे खेती या कोई अन्य कार्य करना वर्जित होगा।
स्टेशन बनाने के लिए सर्वे हुआ, पूरा
जिले में वाराणसी हावड़ा हाईस्पीड ट्रेन का एकमात्र स्टेशन होगा। वाराणसी से हावड़ा के बीच सिर्फ 13 स्टेशन बनाए जाएंगे। वाराणसी में एकमात्र स्टेशन होगा। हाई स्पीड ट्रेन स्टेशन प्रतापगढ़ में हरहुआ के पास रिंग रोड के किनारे बनाया जाएगा। इसके लिए सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है। यहां स्टेशन, यार्ड और सुरक्षा केंद्र का निर्माण किया जाएगा।
इन इलाकों से होकर गुजरेगी, हाई स्पीड ट्रेन
वाराणसी से चलने वाली हाई स्पीड ट्रेन चंदौली, गाजीपुर, बक्सर, भोजपुर, पटना, जहानाबाद, गया से झारखंड तक जाएगी। झारखंड के हजारीबाग, गिरिडीह से धनबाद तक पहुंचेगी। तब ट्रेन पश्चिम बंगाल में पहुंच जाएगी। पश्चिम बंगाल के पूर्वी बर्धमान और पश्चिमी बर्धमान हुगली से हावड़ा पहुंचेंगे। इस मार्ग पर कॉरिडोर बनाया जाएगा।
इस हाई स्पीड ट्रेन में 750 यात्री करेंगे, सफर
देश में हाई स्पीड ट्रेनों को चलाने की पहली बार योजना तैयार की गई है। यह सुपर स्पीड ट्रेन चार कोच की होगी। इसमें 750 यात्री अपने सफ़र का आनंद ले सकेंगे। अभी तक इसका किराया तय नहीं किया गया है।
जिले के इन गांवों को किया गया, चिह्नित
वाराणसी में 80 गांवों को हाई स्पीड कॉरिडोर के लिए नामांकित किया गया है। यह सभी गांव सदर तहसील में हैं। लच्छापुर, गुरदासपुर, चकिया, राजपुर, खजुरी, कल्लीपुर, कोईराजपुर, प्रतापचट्टी, दरेखू, घमहापुर, नरऊर, दोना, वीरापट्टी, सरैया, मिर्जापुर, सिकंदरपुर, हरिहरपुर, तुलसीपट्टी, ढेलवरिया, रामपुर आदि गांव इसमें शामिल हैं।