UP के इस शहर के चारों और हाईवे का जाल, बिना रुकावट या ट्रैफिक के होगा आवागमन

UP News : मेरठ, उत्तर प्रदेश, भविष्य में बदल हुआ नजर आने वाला हैं। शहर के भीतर जाम की समस्या को शहर के आसपास बिछने वाले हाईवे के जाल से हल किया जाएगा। आने वाले समय में मेरठ से हर जगह कनेक्टिविटी बढ़ेगी और आवाजाही भी बहुत आसान हो जाएगी।

 

Uttar Pradesh News : मेरठ, उत्तर प्रदेश, की सड़कों में अब काफी बदलाव देखा जा सकता है। क्योंकि शहर के चारों ओर हाईवे बनाने से शहर के भीतर जाम की समस्या से निजात मिलेगी। आपको बता दें कि मेरठ जिले और शहर के आसपास हाईवे का जाल बिछाने का कार्य तेजी से चल रहा है। आने वाले समय में मेरठ से हर जगह कनेक्टिविटी बढ़ेगी और आवाजाही भी बहुत आसान हो जाएगी। इस हाईवे के जाल से शहर के सभी हाईवे जुड़े हुए हैं। ताकि लोग जाम से छुटकारा पा सकें।

यातायात कनेक्टिविटी और मजबूत होगी 

मेरठ जिले और शहर के आसपास तेजी से हाईवे का जाल बिछ रहा है। आने वाले समय में हर जगह मेरठ से यातायात कनेक्टिविटी और मजबूत होने वाली हैं। शहर के सभी हाईवे एक साथ जुड़े हुए हैं। ऐसे में ये सड़कें आउटर रिंग रोड की तरह काम करेंगे। शहर से बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। लोग बाहर से ही दूसरे स्थानों पर जा सकेंगे। ये कार्य मार्च 2025 तक पूरे होने का अनुमान है।

पांच राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ा मेरठ

मेरठ शहर पांच राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ा हुआ है। इसके माध्यम से एनएच-235, एनएच-58, एनएच-119, एनएच-709 ए और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को जोड़ा जा रहा है। इसका मूल्य लगभग 992 करोड़ रुपये है। गढ़ मुक्तेश्वर से मेरठ तक चलने वाली NH-709ए तेजी से चल रही है। गढ़ रोड पर सिसौली के पास इसके लिए एक इंटरचेंज बनाया जा रहा है। 

यहां से मेरठ-हापुड़ एनएच-235 को बनाने का काम चल रहा है। यह लूप-वे के तहत सिसौली से हापुड़ रोड पर लोहियानगर के पास मौजूदा डंपिंग ग्राउंड से जुड़ेगा। इसकी लंबाई लगभग छह किलोमीटर होती है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का पांचवां चरण यहीं से शुरू हो रहा है।

लूप-वे के आकार से समय भी 30 से 40 प्रतिशत कम होगा और हापुड़, गढ़ मुक्तेश्वर, बुलंदशहर, मुरादाबाद, बागपत और अन्य स्थानों तक जाने के लिए शहर के भीतर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। वहीं, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे का पांचवां फेज नरहेड़ा में बन रहा है। यहीं से दिल्ली सीधे जा सकेंगे। 

ऐसे ही मवाना रोड गढ़ रोड से जुड़ रहा है। सिसौली से भावनपुर होते हुए सलारपुर तक लगभग 12.028 किमी की सड़क बनाई जा रही है। 992 करोड़ रुपये की लागत से इसका लक्ष्य फरवरी 2025 तक पूरा होना है। सलारपुर भी एक इंटरचेंज है, जो दौराला से होते हुए एनएच-58 पर सड़क बनाएगा। यह काम अभी शुरू होने में कुछ समय लगेगा।