Chandryaan-3 की सफलता में रोहतक का बड़ा हाथ, डेढ़ लाख नट-बोल्ट किए थे सप्लाई

एलपीएस बोर्ड के जनरल मैनेजर मुकेश सिंह ने बताया कि ये नट बोल्ट इसरो की तरफ से डिजाइन किए जाते हैं और उनके पैरामीटर को खासतौर पर ध्यान में रखते हुए बनाए जाते हैं। प्रत्येक स्क्रू को कई पैरामीटर पर देखा जाता है ताकि कोई कमी न हो।
 

The Chopal - भारत के चंद्रयान-3 ने चांद के साउथ पोल पर सफल लैंडिंग की है, जो इतिहास रच दिया। भारत की इस सफलता को दुनिया भर में प्रशंसा मिल रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हरियाणा का रोहतक भी चंद्रयान-3 के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देता है? चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बारे में दुनिया भर में चर्चा है, लेकिन इसके निर्माण में प्रयोग किए गए नट-बोल्ट रोहतक में बनाए गए हैं। ये नट-बोल्ट रोहतक की एलपीएस बोसार्ड फैक्ट्री में बनाए गए हैं। चंद्रयान-3 में लगभग डेढ़ लाख नट बोल्ट का उपयोग किया गया है। इन नट-बोल्ट को एक विशिष्ट पैरामीटर पर बनाया गया था, जिससे वे हजारों टन दबाव सहन कर सकते हैं और 200 डिग्री सेल्सियस माइनस और प्लस तापमान सहन कर सकते हैं।

ये भी पढ़ें - 27 अगस्त को देशभर में मिलेगी हर 10 मिनट बाद रोडवेज, जानिए क्या है तैयारी 

पैरामीटर को देखते हुए बनाए गए उपकरण

एलपीएस बोर्ड के जनरल मैनेजर मुकेश सिंह ने बताया कि ये नट बोल्ट इसरो की तरफ से डिजाइन किए जाते हैं और उनके पैरामीटर को खासतौर पर ध्यान में रखते हुए बनाए जाते हैं। प्रत्येक स्क्रू को कई पैरामीटर पर देखा जाता है ताकि कोई कमी न हो। हमें खुशी है कि हमारी कंपनी ने चंद्रयान-3 में भाग लिया है। इसरो ने पहले भी कई काम किए हैं और भविष्य में भी देश का गौरव बढ़ाने वाले कामों में भागीदारी करेंगे।

ये भी पढ़ें - Delhi की इन 6 जगहों पर रात 10 बजे एकदम से बदल जाती है, दूर दूर से आते है लोग देखने 

पहले भी कई परियोजनाओं में योगदान दिया है

LPSC के मैनेजिंग डायरेक्टर राजेश जैन ने कहा कि रोहतक और हरियाणा दोनों को इससे गर्व है। चंद्रयान-3 से पहले देश की जितनी भी मिसाइल बनाई गई हैं, चाहे वह अग्नि, पृथ्वी या ब्रह्मोस हो, सभी में एलपीएस के नट बोल्ट प्रयोग किए गए हैं। उसकी कंपनी भी भारतीय रेल के लिए नट बोल्ट बनाती है, और उन्हें गर्व है कि भारत अब ये उपकरण भी आयात करता है।

ये भी पढ़ें - MP के इस शहर में नियमित होगी 60 और कॉलोनियां, डी-नोटिफाई प्रक्रिया अंतिम दौर में