Indian Doctors: 5 हजार से अधिक भारतीय डॉक्टरों को अमेरिका में मिलेगी एंट्री, डिमांड के चलते हुआ फैसला 
 

News Delhi : अमेरिका में अब डॉक्टरों की कमी को भारतीय मेडिकोज पूरा करेंगे। अमेरिका जैसे देश में साल 2030 तक एक लाख से अधिक डॉक्टरों की जरूरत पड़ने वाली है। ऐसे में यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में हेल्थ सेक्टर दुरुस्त करने के लिए अमेरिका ने भारतीय डॉक्टरों के लिए स्पेशल जे- बीसा कैटेगरी बनाई है।

 

The Chopal : अमेरिका में 2034 तक कम से कम एक लाख डॉक्टरों की कमी होगी। ऐसे में अमेरिका भारतीय चिकित्सकों पर ध्यान देता है। जानकारी के अनुसार, अमेरिका ने दूरदराज और कम आय वाले इलाकों में स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए योग्य और शिक्षित डॉक्टरों पर ध्यान दिया है। अमेरिका चाहता है कि अनुभवी भारतीय चिकित्सक कम सेवा वाले क्षेत्रों में मेडिकल प्रैक्टिस करते हुए मरीजों को इलाज दे सकें। 

इसके तहत पहले बैच में लगभग 5 हजार से अधिक भारतीय डॉक्टरों को अमेरिका में एंट्री दिए जाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। गौरतलब है कि सैन डिएगो यूनिवर्सिटी को एक रिसर्च में सामने आया है कि मात्र 11 फीसदी श्वेत डॉक्टर ग्रामीण क्षेत्रों में सर्विस करते हैं। ऐसे में यहां चिकित्सको की और अधिक जरूरत पड़ेगी। रिसर्च में शामिल प्रो. गौरव खन्ना का कहना है कि कोनार्ड 30 प्रोग्राम के तहत फिलहाल भारतीय डॉक्टरों के वीसा में रियायतें अमेरिका के 30 राज्यों में शुरू कराई जाएंगी। आने वाले समय में इनकी संख्या और अधिक बढ़ेगी। सरकार के इस फैसले के अमेरिका में मेडिकल की पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों को जॉब करने पर भी वीसा छूट दिए उम्मीद और बढ़ गई है।

10% भारतीय डॉक्टर, हर साल 6 करोड़ मरीजों की जांच 

अमेरिका में अभी लगभग सवा लाख भारतीय डॉक्टर का कर रहे हैं। ये यहां के कुल डॉक्टरों का करीब 10 फीसदी हिस्सा है। भारतीय डॉक्टर अमेरिका में हर साल लगभग 6 करोड़ मरीजों की जांच करते हैं। अमेरिका में विदेशी मूल के कुल मेडिकल ग्रेजुएट में सर्वाधिक 20% भारतीय हैं। ऐसे में अमेरिका सरकार के फैसले से और अधिक भारतीय डॉक्टरों को वहां काम करने का अवसर मिल मिलने की संभावना है।