Indore In Union Budget 2024: रतलाम-इंदौर-महू-खंडवा में गेज परिवर्तन के लिए खर्च होंगे 910 करोड़ रुपये

Indore Budget 2024: इंदौर-दाहोद रेलवे परियोजना के लिए 600 करोड़ रुपये मंजूर Indore के दो रेलवे फाटकों को खत्म कर आरओबी बनाया जाएगा।
 

The Chopal (Indore News) : रतलाम मंडल के सभी परियोजनाओं को इस बार अंतरिम बजट में पर्याप्त धनराशि मिली है। इस वर्ष रतलाम-इंदौर-महू-खंडवा गेज परिवर्तन के लिए 910 करोड़ रुपये दिए गए हैं, वहीं इंदौर-दाहोद नई रेल लाइन के निर्माण के लिए 600 करोड़ रुपये दिए गए हैं। इंदौर-बुधनी रेलवे लाइन के निर्माण के लिए सबसे अधिक एक हजार आठ सौ करोड़ रुपये मिल गए हैं। साथ ही आरओबी बनाया जाएगा, जो इंदौर के दो महत्वपूर्ण रेलवे फाटक को समाप्त करेगा। इसके लिए लगभग पांच-पांच करोड़ रुपये स्वीकृत किया गया है। रेलवे निर्माण विभाग में कम कर्मचारी होने के कारण अधिकांश प्रोजेक्ट धीमी गति से चल रहे हैं।

2008 में इंदौर-दाहोद रेल लाइन की आधारशिला रखी गई थी। 2013 के बाद इंदौर-दाहोद (205 किमी) परियोजना जमीन पर आई। इंदौर से टीही तक गुड्स ट्रेन चल रही है। टीही से (नौगांव) धार तक अर्थवर्क, पुल-पुलिया और धार में स्टेशन बनाने का काम चल रहा है। दाहोद से झाबुआ तक परिवहन तेजी से चल रहा है। वर्तमान बजट में 600 करोड़ रुपये मिलने से धार तक रेल कनेक्टीविटी इसी वर्ष होगी। धार-छोटा उदयपुर रेलवे लाइन परियोजना के लिए भी 350 करोड़ रुपये मिल गए हैं।

महू-खंडवा परियोजना

इस बार बजट में महू-खंडवा गेज परिवर्तन परियोजना के लिए 910 करोड़ रुपये दिए गए हैं। यह काम दो भागों में पूरा होगा। महू-सनावद ब्राडगेज लाइन के नए अलाइनमेंट के अनुसार, ट्रैक पातालपानी से होकर बढिय़ा, बेका, कुलथाना, राजपुरा से चोरल जाएगा। इन सभी स्थानों पर भी स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके साथ चोरल में एक नया स्टेशन भी बनाया जाएगा। पुरानी मीटरगेज लाइन को मुख्त्यारा बलवाड़ा से लगभग छह किमी पहले जोड़ा जाएगा। 71 किमी लंबे इस रेलमार्ग में छोटी-बड़ी 21 टनल बनाई जाएंगी। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण 36 मेजर ब्रिज, 76 माइनर ब्रिज, 12 अंडर ब्रिज और ओवर ब्रिज बनाए जाएंगे। योजना का लक्ष्य 2026 तक पूरा होना है। अब तक, पातालपानी के आगे एक सुरंग का टेंडर और मोरटक्का में एक ब्रिज का निर्माण ही हुआ है।

इंदौर-बुधनी परियोजना

इंदौर-बुधनी रेलवे लाइन के निर्माण के लिए एक हजार आठ सौ करोड़ रुपये मिल गए हैं। वर्तमान में करनावद से पांच सौ किमी तक पुल-पुल बनाए जा रहे हैं। वहीं, बुधनी-बरखेड़ा के बीच 10 किमी क्षेत्र में काम होकर रेलवे लाइन बिछना शुरू हो गया है। 2017 में शुरू हुआ काम अब तेजी से पूरा होगा। योजना 2026 तक पूरी होनी चाहिए।

दोहरीकरण के लिए 50 करोड़ रुपये मिले

इंदौर-देवास-उज्जैन दोहरीकरण परियोजना के लिए बजट में 50 करोड़ रुपये घोषित किए गए हैं, जो देवास-उज्जैन के बीच काम करेगा। इससे चार रेलवे फाटकों की जगह जिले में आरओबी बनेंगे। आरओबी बरलई-मांगलिया, लक्ष्मीबाई नगर-पोलोग्राउंड, राजेंद्र नगर-रेत मंडी और हरनियाखेडी-महू के बीच बनेगा।

निर्माण क्षेत्र में मुख्य शक्ति का विस्तार

रेल मामलों के जानकार नागेश नामजोशी ने बताया कि इस बार सभी परियोजनाओं को बेहतर धनराशि मिली है। मंडल में एक साथ कई काम चल रहे हैं, इसलिए निर्माण विभाग को अधिक मैन पावर देना होगा। ताकि इस बजट को पूरी तरह से खर्च किया जा सके। अब अफसरों को जमीनी स्तर पर काम करना होगा।

काम अब जल्दी होगा

सभी परियोजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है। यात्री सुविधाओं और रेल यातायात पर सबसे अधिक ध्यान दिया जा रहा है। बजट से मिली धनराशि अब जल्दी खर्च की जाएगी।

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