Jaipur Metro : जयपुर मेट्रो बढ़ाया जाएगा दायरा, तैयारी हुई शुरू, यहां बिछेगी लाइनें

Jaipur Metro : राजधानी में मेट्रो की धीमी गति एक समस्या है। यदि मेट्रो को समय से विकसित किया जाता तो निजी वाहन सड़कों पर कम उतरते और यात्री मेट्रो को ई-रिक्शा और बसों की बजाय चुनते।

 

Rajasthan News : बीते आठ वर्षों में राजधानी में मेट्रो सिर्फ 12.94 किमी की दूरी पर चलती रही है। पहले फेज का विस्तार और दूसरे फेज के जमीन पर आने से टोंक रोड पर यात्रियों का भारी दबाव रहता है, इसलिए सार्वजनिक परिवहन का दायरा बढ़ने की उम्मीद है।यात्रियों को स्टेशन से नीचे आते समय बस या फीडर नहीं मिलता, इसलिए उस रूट पर मेट्रो चल रही है।यात्रियों को इसलिए इंतजार करना पड़ता है।

मौजूदा समय में, पीक ऑवर्स में भी मेट्रो ट्रेनों में बहुत कम यात्री हैं। जेसीटीएसएल से तुलना करें तो लग्जरी मेट्रो में सिर्फ 50 हजार यात्री और जर्जर और खटारा बसों में डेढ़ लाख यात्री प्रतिदिन सफर करते हैं।

क्यों हुई देरी
 
03 जून, 2015 को मेट्रो का संचालन मानसरोवर से चांदपोल (9.63 किमी) तक शुरू हुआ।

23 सितंबर 2020 को परकोटे में मेट्रो सेवा शुरू हुई। रेत केवल 2.4 किमी लंबी है। दायरा चांदपोल से बढ़कर छोटी चौपड़ से बड़ी चौपड़ तक पहुंच गया।

21 सितंबर, 2023 को बड़ी चौपड़ से रामगंज चौपड़ के माध्यम से ट्रांसपोर्ट नगर का उद्घाटन हुआ। काम अप्रैल 2027 तक पूरा हो जाएगा।

अब तक मानसरोवर से 200 फीट बाइपास का निर्माण नहीं हुआ है।

जुड़ेंगे मेगा हाईवे, लाखों की आबादी को होगा फायदा
 
- बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर फेज 1सी का काम शुरू हो गया है। फेज 1 डी, जिसे बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर कहा जाता है, जल्द ही काम शुरू होगा। दोनों परियोजनाओं की पूर्ति के बाद मेट्रो दिल्ली-आगरा रोड को अजमेर से जोड़ेगी।

- इन दोनों चरणों का काम पूरा होने पर मेट्रो अधिकारियों का अनुमान है कि यात्री संख्या एक लाख से अधिक हो जाएगी।

इससे लाभ मिलेगा
 
- अजमेर सड़क: पृथ्वीराज नगर उत्तर में लगभग पांच लाख लोग रहते हैं। पास में घनी आबादी वाले इलाके हैं, जैसे वैशाली नगर और विद्युत नगर डीसीएम।

-आगरा-दिल्ली राजमार्ग: इन हाईवे पर अभी भी सबसे अधिक ट्रैफिक है। भूमिगत स्टेशन भी रामगंज चौपड़ पर बनेगा।

अब सीतापुरा से विद्याधर नगर तक

-फेज-2 में मेट्रो अम्बाबाड़ी की जगह विद्याधर नगर में चलेगी।

इसका डीपीआर बनाया जाएगा। मुख्य बात यह है कि पूरा रास्ता खुला रहेगा। इसका निर्माण प्रकाश मेट्रो पर होगा। इस तरह की स्थिति में लगभग 5800 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। 30 किमी की लम्बाई का अनुमान है।

- पिछली डीपीआर में मेट्रो रेल कॉरिडोर का प्रस्ताव था, जो सीतापुरा से कुंभा रोड, हल्दीघाटी गेट, बीटू बाइपास चौराहा, टोंक रोड पर दुर्गापुरा, महावीर नगर, देव नगर, गांधी नगर रेलवे स्टेशन, टोंक फाटक पुलिया, रामबाग सर्कल, नारायण सिंह सर्कल, सवाई मानसिंह अस्पताल से अशोक मार्ग होते हुए गवर्नमेंट हॉस्टल, चांदपोल, कलेक्ट्रेट, पानीपेच होते हुए अंबाबाड़ी तिराहे तक मेट्रो रेल का कॉरिडोर प्रस्तावित था।

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