Jaya Kishori : जया किशोरी के पास है कितनी संपत्ति, एक प्रोग्राम का इतना लेती है चार्ज
Jaya Kishori : फेमस कथावाचिका जया किशोरी को कौन नहीं जानता? क्या आप जानते हैं कि वे एक कहानी के लिए कितनी कीमत वसूलते हैं, जबकि उनकी वीडियोज और रील्स पूरे विश्व में उपलब्ध हैं? पूरी जानकारी प्राप्त करें।
The Chopal, Jaya Kishori : कथावाचक जया किशोरी ने छह वर्ष की उम्र से ही आध्यात्मिक क्षेत्र में प्रवेश किया था। यह कहा जाता है कि वह बचपन में डांस करना पसंद करती थी और पहले डांस करना चाहती थी। परिवार की मनाही के बाद, उन्होंने आध्यात्मिकता का रास्ता चुना और आज वे एक प्रसिद्ध नाम और चेहरा हैं। हर कोई उनकी सरलता और शालीनता से मुग्ध हो जाता है। उनकी कहानी सुनने के लिए लोग सैकड़ों किलोमीटर चलते हैं। पर क्या आप जानते हैं कि वे एक कहानी के लिए कितनी रकम वसूलते हैं? ज्यादातर लोग नहीं जानते, लेकिन बता दें कि उनकी सिर्फ एक कहानी की फीस इतनी है कि बहुत से लोग एक वर्ष तक काम करके भी उतना पैसा नहीं कमा पाते। चलिए उनके संभावित नेटवर्थ को देखते हैं-
28 वर्षीय कथावाचक का इंस्टाग्राम खाता 87 लाख से अधिक लोगों से भर गया है। फेसबुक पर उनके लगभग 90 लाख फॉलोअर्स हैं। जया किशोरी छह वर्ष की उम्र से ही आध्यात्मिक क्षेत्र से जुड़ी हुई थीं। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में उनका जन्म हुआ था। वह बचपन में डांसर बनना चाहती थी, लेकिन उनके परिवार को यह पसंद नहीं था, इसलिए वह छोड़ दी।
वह बचपन से ही श्रीकृष्ण की भक्ति करती थीं, इसलिए उन्होंने अपने पूरे जीवन इसी राह पर चलने का फैसला किया। आज वह अपनी एक कथा के लिए लाखों रुपये खर्च करती है।
Internet पर उपलब्ध सूचनाओं के अनुसार, वह प्रत्येक कहानी के लिए 9 लाख रुपये लेती है। कथा से पहले चार लाख पांच हजार रुपये लिये जाते हैं। कथा पूरी होने के बाद बाकी पैसे लिए जाते हैं। एक इंटरव्यू में जया किशोरी ने कहा कि हालांकि वे भुगतान करती हैं, लेकिन उनकी टीम में कई लोगों को वेतन भी देती हैं। सबके परिवार हैं। कथा तो कहती है, लेकिन टीम के बिना ऐसा नहीं हो सकता। जब जया किशोरी अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा दान करती हैं, तो उनकी नेटवर्थ अभी तक 1 से 1.5 करोड़ रुपये के बीच है।
उनकी वीडियोज़ यूट्यूब पर करोड़ों बार देखा गया है। इससे भी उनकी आय लाखों में होगी। जया किशोरी नारायण सेवा संस्थान का सदस्य है। वह इस क्षेत्र में अपनी फीस का आधा हिस्सा दान देती हैं। जया किशोरी के पिता उनकी कमाई का लेखा-जोखा रखते हैं।
जया किशोरी केवल दान-पुण्य की जगह निवेश करती हैं। वह नारायण संस्थान, जो गरीब और विकलांग बच्चों की सहायता करता है, को दान देती हैं। वह बचाव, पढ़ाई और वृक्षारोपण के लिए भी दान देती है। इसके अलावा, उनके निवेश से संबंधित कोई जानकारी आम जनता को नहीं मिलती।