IAS अफसर के घर मिला कुबेर का खजाना, ED को छापे में मिले थे हीरे
ED Raid : आज आपको UPSC अधिकारी के एक ऐसे ही मामले के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन पर पद का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगा है और उनके घर से करोड़ों के हीरे बरामद हुए हैं। आइए देखें कि यह व्यक्ति कौन है।
The Chopal, ED Raid : ईमानदारी से कार्य करते हुए, कई लोग विवादों में घिर जाते हैं। IAS Mohinder जैसे कुछ अधिकारियों के बारे में भी ऐसा अक्सर सुना जाता है। आप भी एक रिटायर्ड आईएएस (Retired IAS) अधिकारी से जुड़ा यह मामला हैरान हो जाएगा। सोने और हीरों का भंडार उनके घर से मिला है। पिछले दिनों यह मुद्दा काफी चर्चा में रहा. पूरा मामला खबर में पढ़ें।
यह व्यक्ति यूपी कैडर में आईएएस रहा है-
यहां हम IAS अधिकारी मोहिंदर सिंह की बात कर रहे हैं। ये उत्तर प्रदेश कैडर में आईएएस रहे हैं और नोएडा डेवलपमेंट अथॉरिटी (Noida Development Authority) के सीईओ भी रहे हैं। इनके घर से हीरे का भंडार छापेमारी में मिले थे.
ED ने छापेमारी की थी—
ED ने लोटस 300 घोटाले में कई स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें दिल्ली, नोएडा, मेरठ और चंडीगढ़ शामिल थे। इस घोटाले (IAS Officer Mohinder Singh case) का मूल्य लगभग 300 करोड़ रुपये था। नोएडा के पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह के चंडीगढ़ स्थित घर में छापे के दौरान बहुत सारे सोने और हीरे मिले। यह देखते ही छापा (IAS Officer) मारने वाले अधिकारियों की भी आंखें फटी की फटी रह गईं। अधिकारियों को लगभग बारह करोड़ रुपये के हीरे और सोना मिले। इससे छापेमारी घोटाला अधिक गंभीर हो जाता है।
1978 बैच के आईएएस अधिकारी मोहिंद्र सिंह
हाल ही में उत्तर प्रदेश कैडर के एक आईएएस अधिकारी (IAS Officer Mohinder Singh) के घर पर रेड की गई है। 1977 में उसने यूपीएससी परीक्षा पास की। 1978 बैच के आईएएस अधिकारी बनने के बाद, उन्होंने अपनी मेहनत को सफलता में बदला और लगभग 34 साल की सेवा के बाद 31 जुलाई 2012 में रिटायर हो गए (IAS Officer)। उन्हें अपने दम पर उत्तर प्रदेश में सबसे शक्तिशाली अफसरों में नामांकित किया गया था। आपको बता दें कि मायावती सरकार में उनका पूरा दबदबा था, इसलिए उन्हें नोएडा डेवलेपमेंट अथॉरिटी का सीईओ भी बनाया गया था।
विभिन्न विकास प्राधिकरणों द्वारा संभाला गया काम-
इससे अलग, मोनिंदर सिंह (IAS Officer Posting) तीन अलग-अलग विकास प्राधिकरणों के चेयरमैन रहे हैं। इनका नाम सुपरटेक और आम्रपाली बिल् डर घोटाले के बाद कई अन्य घोटालों में भी आने लगा। इनका नाम नोएडा (Noida news updated) में सुपरटेक के विवादित ट्विन टावर में भी देखा गया था। सुनने में आया था कि उस घोटाले में 26 अधिकारियों का नाम था, जिसमें 20 रिटायर अधिकारियों का नाम था (IAS Officer Mohinder Singh)। अब यह मुद्दा काफी चर्चा में है। यह घोटाला भी बड़े घोटालों में गिना जाता है।