दिल्ली-NCR के 87 गावों की जमीन का होगा अधिग्रहण, इस जगह बनाया जाएगा आधुनिक सुविधा वाला डिजिटल शहर
Thechopal: दादरी और बुलंदशहर के गांवों की जमीन पर नए नोएडा को बसाने के लिए चार-पांच महीने में जमीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। प्राधिकरण ने जमीन अधिग्रहण के लिए रविवार को हुई बोर्ड बैठक में एक हजार करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी है।
दादरी और बुलंदशहर के 87 गांव की जमीन पर दादरी-नोएडा-गाजियाबाद विशेष निवेश क्षेत्र (डीएनजीआईआर) बसाया जाना है। यह करीब 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बसाया जाएगा, जिसमें 41 प्रतिशत में औद्योगिक, 11.5 में आवासीय, 17 प्रतिशत हरियाली और रिएक्शनल, 15.5 प्रतिशत में सड़क, नौ प्रतिशत संस्थागत और 4.5 प्रतिशत हिस्से में व्यावसायिक हिस्सा विकसित किया जाएगा।
संभावना है कि प्राधिकरण करीब पांच हजार हेक्टेयर जमीन सीधे किसानों से खरीदेगा। इस निवेश क्षेत्र को बसाने की जिम्मेदारी भी शासन ने नोएडा प्राधिकरण को दी है। प्राधिकरण ने यहां का मास्टर प्लान तैयार करने के लिए स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर दिल्ली का चयन किया है, जो मास्टर प्लान-2041 का ड्रॉफ्ट तैयार कर रहा है।
प्राधिकरण सीईओ रितु माहेश्वरी ने बताया कि बताया कि तीन महीने बाद होने वाली अगली बोर्ड बैठक में मास्टर प्लान के प्रस्ताव को पास कर मंजूरी के लिए शासन को भेज दिया जाएगा। इसके बाद फाइनेनशियल मॉडल तय किया जाएगा। नए नोएडा को बसाने के लिए प्राधिकरण ने शासन से भी पैसा मांगा है।
ग्रेनो फेज टू को बसाने की तैयारी तेज
ग्रेनो फेज टू का हिस्सा भी बसाया जाना है। प्राधिकरण निजी एजेंसी आरईपीएल से मास्टर प्लान का ड्राफ्ट तैयार करवा रहा है। इसमें 150 गांव शामिल किए गए हैं। सीईओ ने बताया कि इसको बसाने के लिए भी चार महीने में प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
पूरी जमीन किस मॉडल पर अधिग्रहीत होगी, तय नहीं
अभी प्राधिकरण कुछ जमीन ही सीधे किसानों से खरीदेगा। अधिकारियों ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा सीधे किसानों से जमीन खरीदे जाने और विकासकर्ता द्वारा सीधे किसानों से जमीन खरीदे जाने सहित एक-दो और मॉडल पर विचार किया जा रहा है।
नियोजन और भूलेख विभाग के लिए स्टॉफ मांगा
नए नोएडा को बसाने के लिए सबसे पहले नियोजन और भूलेख विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की जरूरत पड़ेगी। ऐसे में प्राधिकरण ने शासन को पत्र लिखकर दोनों विभागों के लिए स्टॉफ मांगा है।
Also Read: Business Idea: बस मात्र 1 एकड़ में करें औषधीय गुणों की खेती, किसानों को मिलेगा बेहतरीन लाभ