UP और MP के इन 145 गांव की जमीन का होगा अधिग्रहण, सिक्स लेन हाईवे से अब 90 मिनट में ग्वालियर से आगरा 

ग्वालियर से आगरा जाने में लगभग 3 घंटे का समय लगता है, लेकिन सफर में लगने वाला समय लगभग आधा घंटे यानी 90 मिनट होगा। ग्वालियर से आगरा के बीच बनाया जा रहा सिक्स लाइन हाईवे इसका कारण है। जानिए विस्तार से 
 

The Chopal, UP News : ग्वालियर से आगरा जाने में लगभग 3 घंटे का समय लगता है, लेकिन सफर में लगने वाला समय लगभग आधा घंटे यानी 90 मिनट होगा। ग्वालियर से आगरा के बीच बनाया जा रहा सिक्स लाइन हाईवे इसका कारण है। सिक्स लाइन हाईवे में मुरैना जिले के 100 से अधिक गांवों से किसानों की जमीन दी जा रही है, जिससे आम जनता को फायदा होगा। एनएएचआई ने भी नोटिफिकेशन जारी करने शुरू कर दिए हैं।

मुरैना जिले के 145 गांवों से 45 हेक्टेयर जमीन की अनुमति

ग्वालियर से आगरा जाने के लिए वर्तमान में एनएच 44 का उपयोग किया जाता है। जिस पर भारी वाहनों का दबाव भी रहता है, इसलिए हर दिन हादसे होते रहते हैं। शासन इस समस्या को हल करने के लिए ग्वालियर से आगरा तक 88 किलोमीटर लंबा नया राजमार्ग बना रहा है। जो सिक्सलेन की तरह तैयार होगा। विशेष रूप से, इसमें मुरैना जिले की तीन तहसीलों से लगभग 145 गांवों से लगभग 45 हेक्टेयर जमीन मिलेगी। जिसमें निजी और सरकारी जमीन शामिल है इसके लिए शासन ने भी नोटिफिकेशन जारी किए हैं।

जमीन अधिग्रहण

Six Lane के लिए 45 हेक्टेयर जमीन मिलनी चाहिए। अंबाह ब्लॉक में दिमनी के 50 सर्वे नंबरों की जमीन से यह अधिग्रहण शुरू हुआ है। इसमें 44 सर्वे संख्या वाली जमीन निजी क्षेत्र की है, जबकि छह सर्वे संख्या वाली जमीन सरकारी है। साथ ही, लहर गांव में 68 सर्वे नंबरों की जमीन का कुछ हिस्सा सिक्स लेन के लिए सरकार को मिलेगा। सर्वे नंबर की जमीन ही सरकारी है।

साथ ही, अंबाह ब्लॉक में ऐहसा गांव में 15 सर्वे नंबरों की जमीन चिन्हित की गई है. इनमें से दो सरकारी जमीन हैं, शेष छह किसानों की जमीन हैं। इसके अलावा, मुरैना ब्लॉक के बामोर में सिक्सलेन हाईवे के लिए बारह गांवों की जमीन दी गई है। यही कारण है कि किसानों और निजी व्यक्तियों के पास अधिकांश जमीन है।

20 हजार वाहनों की क्षमता वाले हाईवे पर 42 हजार वाहन चल रहे हैं

एनएच 44 ग्वालियर से आगरा तक चलता है। जो एक फोरलेन राजमार्ग है। इसकी क्षमता 20000 वाहनों की है, जो उस समय काफी थी। लेकिन आज, इस हाइवे पर 42,000 पैसेंजर कार यूनिट से अधिक वाहन गुजरते हैं। इसके परिणामस्वरूप हाईवे रखरखाव में भी समस्याएं पैदा होने लगी हैं। निरंतर चलते वाहनों का निरंतर रखरखाव भी समय पर नहीं होता, और यदि ऐसा होता भी है तो लोगों को लंबे जाम की समस्या से गुजरना पड़ता है। अब हाईवे दुर्घटनाओं के लिए भी जाना जाता है। यहां भी दुर्घटनाएं होती हैं।

120 से 88 किलोमीटर कम हो जाएगा

ग्वालियर से आगरा को जोड़ने वाला सिक्स लेन हाईवे जल्द ही लोगों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। सबसे बड़ी बात यह है कि एक जगह है जहां लोग सिक्सलेन का अनुभव कर सकते हैं। ग्वालियर से आगरा की दूरी भी कम होगी। आज यह दूरी लगभग 120 किलोमीटर दूर है। सिक्स लेन तैयार होने के बाद यह सिर्फ 88 किलोमीटर रह जाएगा। जिससे आगरा पहुंचने में कम समय लगेगा और हादसों में भी कमी आएगी और बड़े वाहनों के लिए सीधा रास्ता बनाया जाएगा। नेशनल हाईवे 44 भी इससे सीधे प्रभावित होगा। जहां भारी वाहनों की गति कम होगी

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