UP के गांवों को बड़ी सौगात, मंडी-कालेज ये रास्ते कीये जाएंगे अपग्रेड 

सरकार गांवों की सड़कों को सुधारेगी जिन पर मंडी, स्कूल-कालेज, अस्पताल, थाने, ब्लाक कार्यालय और अन्य लोकप्रिय स्थान होंगे। इन्हें अतिरिक्त जिला मार्ग का दर्जा मिलेगा।

 

Village Roads: सरकार उत्तर प्रदेश में गांवों की सड़कों को अपग्रेड करेगी जिन पर मंडी, स्कूल-कालेज, अस्पताल, थाने, ब्लाक कार्यालय और लोगों की अधिक आवाजाही वाले अन्य स्थान हैं। इन ग्रामीण सड़कों को अन्य जिला सड़कों का दर्जा मिलेगा। इससे सड़कें चौड़ी होंगी और उनके रखरखाव पर अधिक ध्यान दिया जाएगा।

ओडीआर मानकों को अपग्रेड करने में शिथिलता

ग्रामीण सड़कों को सुधारने का खाका लोक निर्माण विभाग ने बनाया है। इसकी पूरी कार्ययोजना सरकार को जल्द ही भेजी जाएगी। ग्रामीण सड़कों को अपग्रेड करते समय, अन्य जिला सड़कों के कई मानकों को कम करने की योजना है। दूरी की आवश्यकता समाप्त होगी। लोक निर्माण विभाग गांवों में चार पहिया वाहनों की बढ़ती आवाजाही को देखते हुए ग्रामीण सड़कों को सुधारने का यह प्रस्ताव बना रहा है। शहरों की तरह गांवों के विकास के सरकारी लक्ष्य को पूरा करने में इस प्रयास से मदद मिलेगी।

अन्य राज्य मार्गों के मानक

अन्य जिला मार्ग कम से कम 15 किमी. लंबा होता है। इस मार्ग को 10 हजार से अधिक पैसेंजर कार यूनिट (पीसीयू) होने पर सात मीटर तक पक्का और पाथवे बनाया जाता है। सड़क बनने पर मध्य से 27.5 फीट तक सड़क के दोनों तरफ कोई पक्का निर्माण नहीं हो सकता। यह सड़क हर पांचवें साल बदलती है। 

ग्रामीण सड़क मानक

इस मार्ग की लंबाई के लिए कोई मानक नहीं है। 3.75 मीटर की पक्की सड़क बनाई जाती है। जब जगह नहीं है, तो पक्की सड़क की चौड़ाई भी कम हो जाती है। पक्की सड़क के बाद इस सड़क पर 1.75 मीटर पाथवे होना मानक है। नियमानुसार, हर आठ वर्ष में नवीनीकरण किया जाना चाहिए।

ये पढ़ें - मारूति की इस कार पर नहीं लगता GST, ग्राहकों के बच रहे लाखों रुपये