Meerut Breaking: शहर के बाहर शिफ्ट होंगे बस अड्डे, 4 गांवों की जमीन का अधिग्रहण पूरा
UP News: मेरठ शहर में जल्द ही ट्रैफिक जाम की बड़ी समस्या से निजात मिलने वाली है। इसके लिए शहर का सबसे व्यस्त बस अड्डा बाहर स्थानांतरित किया जाएगा। बस अड्डा शिफ्ट होने के बाद आसपास के क्षेत्रों में जाम की समस्या खत्म होगी और लोगों को सुगम यातायात का लाभ मिलेगा।
Uttar Pradesh News: मेरठ में जाम की समस्या को कम करने के लिए बड़ा कदम उठाया जा रहा है। रोडवेज का भैंसाली बस अड्डा अब शहर से बाहर शिफ्ट किया जाएगा। इसके बाद विभिन्न राज्यों से आने वाली 400 से ज्यादा बसें सीधे नए बस अड्डों पर पहुंचेंगी और शहर के अंदर प्रवेश नहीं करेंगी। एनसीआरटीसी की देखरेख में भूडबराल और मोदीपुरम में नए बस अड्डों का निर्माण कराया जा रहा है, जिससे शहरवासियों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी और यातायात व्यवस्था और बेहतर होगी।
मेरठ में बस अड्डे स्थानांतरण की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। भैंसाली बस अड्डे की जगह भूडबराल और मोदीपुरम में नए बस अड्डे बनाए जाएंगे। इसके लिए चार गांवों की कुल 39,930 वर्ग मीटर जमीन का अधिग्रहण पूरा कर लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही जमीन मालिकों के खातों में मुआवजा राशि भेज दी जाएगी।
भूमि अधिग्रहित
इसमें भूडबराल बस अड्डे के लिए 28,082 वर्ग मीटर और मोदीपुरम बस अड्डे के लिए 11,848 वर्ग मीटर भूमि अधिग्रहित की गई है। नए बस अड्डों के बनने से शहर का जाम कम होगा और यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। मेरठ में नए बस अड्डों के लिए हुई जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया से प्रभावित परिवारों को भी राहत दी जाएगी। कुल 79 परिवारों को पुनर्वास नीति के तहत 5.50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
प्रभावित परिवारों को सहायता राशि देने की अनुमति
मेरठ में जाम से निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने बस अड्डों को शहर से बाहर शिफ्ट करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। भूडबराल, सिवाया, पल्हैड़ा और दुल्हैड़ा गांवों की भूमि का अधिग्रहण पूरा हो चुका है। भूडबराल बस अड्डे की जमीन में 31 परिवार और मोदीपुरम बस अड्डे की जमीन में 48 परिवार प्रभावित हो रहे हैं। कमिश्नर डॉ. हृषिकेश भास्कर यशोद ने सभी परिवारों को सहायता राशि देने की अनुमति दे दी है। इससे प्रभावित लोगों को नए सिरे से बसने और जीवनयापन में सहूलियत मिलेगी।
जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह ने बताया कि बहुत जल्द इस जमीन पर कब्जा लेकर इसे एनसीआरटीसी (NCRTC) को बस अड्डों के निर्माण के लिए सौंप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों नए बस अड्डों का निर्माण जल्द कराया जाएगा ताकि शहरवासियों को जाम से मुक्ति मिल सके और यात्रियों को शहर के बाहर ही बस अड्डों की आधुनिक सुविधा उपलब्ध हो सके।