Moong Seed : मूंग के बीज पर मिलेगी 75 फीसदी सब्सिडी, ऐसे आवेदन कर लें लाभ

Government Scheme :हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा दलहनी फसलों, जल संरक्षण और ग्रीष्मकालीन मूंग का एरिया बढ़ाने के लिए किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी पर मूंग के बीज का वितरण किया जाना है. यह हरियाणा बीज विकास निगम के बिक्री केन्द्रों के माध्यम से किसानों को बीज वितरित किया जाएगा. किसी भी फसल की खेती करने के लिए उत्तम किस्म के गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध होना जरूरी है.
 

The Chopal, Government Scheme : हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा दलहनी फसलों, जल संरक्षण और ग्रीष्मकालीन मूंग का एरिया बढ़ाने के लिए किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी पर मूंग के बीज का वितरण किया जाना है. यह हरियाणा बीज विकास निगम के बिक्री केन्द्रों के माध्यम से किसानों को बीज वितरित किया जाएगा. किसी भी फसल की खेती करने के लिए उत्तम किस्म के गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध होना जरूरी है. बेहतर बीज से गुणवत्ता और उत्पादन दोनों अच्छे रहते है. ऐसे में किसानों को ज्यादा मुनाफा होता है. इसी को देखते हुए हरियाणा सरकार मूंग की खेती को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी देने जा रही है. ताकि किसानों को अतिरिक्त कमाई भी हो सके.

बीज पर 75 फीसदी सब्सिडी

हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा दलहनी फसलों, जल संरक्षण और ग्रीष्मकालीन मूंग का एरिया बढ़ाने के लिए किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी पर मूंग के बीज का वितरण किया जाना है. यह हरियाणा बीज विकास निगम के बिक्री केन्द्रों के माध्यम से किसानों को बीज वितरित किया जाएगा. वहीं प्रदेश भर में एक लाख एकड़ क्षेत्र में बुवाई के लिए ग्रीष्मकालीन मूंग का बीज किसानों को दिया जाएगा.

ऐसे में बीज के लिए केवल 25 प्रतिशत राशि ही किसान को बीज खरीदते समय जमा करवानी होगी. साथ ही ग्रीष्मकालीन मूंग का बीज लेने के लिए किसानों को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की वेबसाइट एग्री हरियाणा डॉट जीओवी डॉट इन पोर्टल (http://agriharyana.gov.in/) पर जाकर किसान को रजिस्ट्रेशन करवाना होगा.

30 किलो तक बीज दिया जाएगा

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा दलहनी फसलों, जल सरंक्षण एवं ग्रीष्मकालीन मूंग का एरिया बढ़ाने के लिए किसानों को 75 प्रतिशत अनुदान पर मूंग के बीज का वितरण किया जाएगा. यह हरियाणा बीज विकास निगम के बिक्री केंद्रों के माध्यम से किसानों को बीज वितरित किया जाएगा. इसमें एक किसान को अधिकतम 30 किलो बीज मिलेगा. इसमें फिलहाल एक लाख एकड़ क्षेत्र में बुवाई के लिए ग्रीष्मकालीन मूंग के बीज का वितरण होना है.

रजिस्ट्रेशन का अंतिम डेट 15 अप्रैल 

बता दें कि ग्रीष्मकालीन बीज लेने के लिए रजिस्ट्रेशन 10 मार्च से 15 अप्रैल 2024 तक जारी रहेगा. वहीं किसानों को बीज देने के बाद विभागीय कमेटी इनका भौतिक सत्यापन करेगी कि क्या किसान ने बीज का उपयोग सही तरीके से किया है या नहीं. साथ ही निरीक्षण के दौरान यदि किसान के खेत में मूंग के बीज की बुवाई नहीं हुई होगी तो उस किसान को 75 प्रतिशत अनुदान राशि विभाग में जमा करवानी पड़ेगी. इस स्कीम के तहत पूरी प्रक्रिया जिले के उपायुक्त की देखरेख में की जाएगी.

मूंग की खेती है लाभदायक

दरअसल मूंग दलहनी फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए कई इलाकों में ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती की जाती है. किसानों को मूंग की खेती से डबल फायदा मिलता है. एक तो बाजार में मूंग के ठीक-ठाक भाव मिल जाते हैं. वहीं गेहूं की कटाई के बाद मूंग की बुवाई करना फायदेमंद रहता है. साथ ही खरीफ सीजन मे धान की बुवाई से पहले मूंग पककर तैयार हो जाती है. इससे वातावरण में नाइट्रोजन की स्थिरता बढ़ती और मिट्टी बांधने की क्षमता बेहतर हो जाती है. साथ ही भूजल स्तर भी बेहतर रहता है. मूंग से खेत की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है, जिसका फायदा अगली फसल की उत्पादकता पर होता है.

इस बीज की फसल 60 दिनों में होती है तैयार

इस योजना के तहत किसानों को ग्रीष्मकालीन मूंग की एमएच 421 वैरायटी की बीज उपलब्ध करवाई जाएगी. यह बीज काफी उत्तम क्वालिटी की मानी जाती है. इस किस्म की बीज की फसल केवल 60 दिन में तैयार हो जाती है. इसमें सामान्य उपज 4 से 8 क्विंटल प्रति एकड़ की होती है. .

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