MSP Hike: किसानों के पक्ष में आया बड़ा फैसला, धान समेत 14 फसलों की MSP में बढ़ोतरी
Minimum Support Price : केंद्र सरकार की ओर से किसानों को लेकर एक बहुत बड़ी राहत और खुशखबरी दी गई है। सरकार ने धान, कपास समेत 14 प्रमुख फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP – Minimum Support Price) में बढ़ोतरी की घोषणा की है। सरकार के इस निर्णय से किसानों का उत्साह बढ़ेगा और उनकी उत्पादकता बढ़ेगी। कैबिनेट की बैठक के बाद सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया को बताया कि दलहन-तिलहन के एमएसपी में नौ प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

MSP Price Hike Update: केंद्र सरकार की तरफ से किसानों को बड़ी खुशखबरी दी गई है। सरकार की तरफ से किसानों की आर्थिक हालात मजबूत करने की दिशा में कई कल्याणकारी योजनाएं देश में चलाई जा रही है। सरकार की तरफ से धान कपास में 14 फसलों का मिनिमम सपोर्ट प्राइस यानी (MSP) बढ़ोतरी की हैं। धान, कपास, सोयाबीन और अरहर सहित 14 खरीफ फसलों का MSP केंद्र सरकार ने बढ़ाया है। 2025 से 26 तक किसान क्रेडिट कार्ड ब्याज सब्सिडी योजना जारी रहेगी।
किसानों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय
खरीफ खेती शुरू होने से पहले सरकार ने किसानों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। केंद्रीय कैबिनेट की बुधवार की बैठक में वर्ष 2025–26 के खरीफ सत्र के लिए 14 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाया गया। सामान्य किस्म के धान का एमएसपी 69 रुपये बढ़ाकर प्रति क्विंटल 2369 रुपये हो गया है। यह फैसला किसानों की आर्थिक हालत सुधारने, उत्पादन को बढ़ावा देने और कृषि को लाभकारी बनाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
घरेलू उत्पादन बढ़ेगा
केंद्र सरकार ने देश में दालों की भारी कमी को देखते हुए किसानों को अधिक उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करने की योजना के तहत यह निर्णय लिया है। देश में अरहर (तुअर) दाल की सबसे अधिक मांग है। राष्ट्रीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हर साल लाखों टन अरहर दाल आयात करना पड़ता है। अरहर के एमएसपी को 8,000 रुपये प्रति क्विंटल करने के लिए 450 रुपये की वृद्धि की गई है। इससे घरेलू उत्पादन बढ़ेगा और आयात पर निर्भरता कम होगी। वैसे भी, सरकार ने दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने का प्रयास भी किया है।
सरकार पर नवीनतम MSP से 2 लाख 7 हजार करोड़ का बोझ
धान, कपास, सोयाबीन और अरहर सहित 14 खरीफ फसलों का मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) केंद्र सरकार ने बढ़ा दिया है। आज केंद्रीय कैबिनेट ने यह निर्णय लिया। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंत्रिमंडल के निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि धान का की एमएसपी 69 रुपए बढ़ा है। साथ ही, केंद्र सरकार ने निर्णय लिया कि किसान क्रेडिट कार्ड की ब्याज सब्सिडी योजना को 2025 से 26 साल तक जारी रखेंगे। ब्याज सब्सिडी योजना (MISS) को अगले वित्तीय वर्ष (2025–26) के लिए जारी रखने का अनुमोदन किया गया है।
श्विनी वैष्णव ने बताया कि कपास का एमएसपी 589 रुपये बढ़ाकर 7,710 रुपये हो गया है। नया MSP सरकार पर 2 लाख 7 हजार करोड़ रुपये का बोझ डालेगा। यह पिछले फसल सीजन से 7 हजार करोड़ रुपए अधिक है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि MSP फसल की लागत से कम से कम 50% अधिक होगा।
ग्रामीण ऋण व्यवस्था को मजबूत बनाने पर जोर
वैष्णव ने कहा कि इस फैसले से कृषि विकास को बढ़ावा देने, ग्रामीण ऋण प्रणाली को मजबूत बनाने और किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। कृषि कार्य के लिए केसीसी पर तीन लाख रुपये तक का कर्ज लेने पर सात प्रतिशत ब्याज का प्रविधान है। किसानों को समय पर भुगतान करने पर सीधे तीन प्रतिशत की छूट दी जाती है, जिससे प्रभावी ब्याज दर सिर्फ चार प्रतिशत रहती है। यह लाभ पशुपालन और मत्स्य पालन के ऋणों पर दो लाख रुपये तक लागू होगा।
किस फसल का कितना एमएसपी बढ़ा
फसल | नया MSP | बढ़ोतरी | लागत पर लाभ |
मूंग | 8,768 | 86 | 50 % |
तिल | 9,846 | 579 | 50 % |
मूंगफली | 7,263 | 480 | 50 % |
उड़द | 7,800 | 400 | 53 % |
सोयाबीन (पीला) | 5,328 | 436 | 50 % |
धान (सामान्य) | 2,369 | 69 | 50 % |
सूरजमुखी | 7,721 | 441 | 50 % |
तूर | 8,000 | 450 | 59 % |
मक्का | 2,400 | 175 | 59 % |
रामतिल | 9,537 | 820 | 50 % |
रागी | 4,886 | 596 | 50 % |
बाजरा | 2,775 | 150 | 63 % |
ज्वार (हाइब्रिड) | 3,699 | 328 | 50 % |
कपास (मध्यम रेशा) | 7,710 | 589 | 50 % |