मुंबई में हजारों करोड़ रुपये में सुधरेगी यातायात व्यवस्था, बिछाया जाएगा सड़कें-मेट्रो व सुरंगों का जाल
Mumbai Ring Road Project : देश की माया नगरी मुंबई का ट्रैफिक सिस्टम अब और ज्यादा आसान होने वाला है। मुंबई शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या बहुत बनी रहती है। लोगों का कीमती समय घंटों लगने वाले जाम में खपत होता है। मुंबई को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए 58000 करोड रुपए के मेगा प्लान पर काम हो रहा है।
Mumbai Infrastructure Development : आने वाले समय में मुंबई का ट्रैफिक सिस्टम सुधारने वाला है। मुंबई में लगने वाले लंबे-लंबे जाम लोगों का आवागमन मुश्किल बनाते हैं। मुंबई में बढ़ती बीरबल के अलावा ट्रैफिक जाम बड़ी समस्या बनता जा रहा है। शहर में भीड़भाड़ को कम करने और यातायात आसान बनाने के लिए सड़कों के अलावा पुलों और सुरंगों का नेटवर्क बिछाया जाएगा।
घंटों ट्रैफिक जाम से मिलेगा छुटकारा
लोगों को आने वाले वक्त में घंटों ट्रैफिक जाम में अपना कीमती समय नहीं गुजारना नही पड़ेगा। एक कोने से दूसरे कोने में आने जाने का समय आने वाले समय में 60 मिनट से भी कम लगने वाला है। आपको मुंबई का ट्रैफिक सिस्टम आने वाले 5 वर्षों में बदला हुआ नजर आने वाला है। मुंबई में सड़कें, पुलिया और फ्लाईओवर का बड़े स्तर पर निर्माण किया जाएगा। मुंबई के जाम में लोगों को अब संघर्ष करना नहीं पड़ेगा। शहर के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंचने में 60 मिनट से भी कम समय लगेगा। दरअसल, पूरा मास्टरप्लान तैयार है। मुंबई का यातायात प्रणाली आने वाले पांच साल में पूरी तरह से बदल जाएगा।
हजारों करोड़ रुपये में सुधरेगी यातायात व्यवस्था
मुंबई में रिंग रोड हजारों करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। मुंबई में आने वाले समय में लोगों को घंटों तक ट्रैफिक की समस्या नहीं होगी। आने वाले पांच वर्षों में घंटों के सफर को मिनटों में पूरा किया जाएगा। वास्तव में, मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) ने देश की आर्थिक राजधानी को बदलने के लिए एक खाका बनाया है। लोगों को आने वाले समय में जाम से छुटकारा मिलेगा और यातायात सुगम होगा। मुंबई में रिंग रोड परियोजना के तहत सड़कों, पुलों और सुरंगों का जाल बिछेगा। कुल आठ रिंग रोड बनाए जाएंगे। रिंग रोड परियोजना को मास्टरप्लान के अनुसार 2029 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
शहर के चारों ओर एक रिंग बनाएंगी और यातायात के दबाव को कम करने में मदद करेंगी
मुंबई रिंग रोड परियोजना में वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक, वर्सोवा-दहिसर लिंक रोड, अलीबाग-वीरार मल्टी मोडल कॉरिडोर और वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे जैसी मुख्य परियोजनाएं शामिल हैं. ये सभी सड़कें मिलकर शहर के चारों ओर एक रिंग बनाएंगी और यातायात के दबाव को कम करने में मदद करेंगी. प्रस्तावित मुंबई रिंग रोड नेटवर्क शहर के चारों ओर फैलेगा और उपनगरीय इलाकों के साथ निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा. साथ ही यह उत्तर में गुजरात की सीमा, दक्षिण में कोंकण महाराष्ट्र और पश्चिमी महाराष्ट्र तक आसान पहुंच सुनिश्चित करेगा. मुंबई लंबे समय से ट्रैफिक जाम और भीड़भाड़ से जूझ रहा है.
लगेगा टोल टैक्स
मुंबई रिंग रोड परियोजना में निर्मित अधिकांश नई सड़कों पर टोल लगाए जाएंगे। ये सड़कें "मुंबई इन मिनट्स" योजना का हिस्सा हैं जिसका उद्देश्य शहर में यात्रा के समय को एक घंटे से कम करना है। एमएमआरडीए के आयुक्त डॉ. संजय मुखर्जी ने कहा, “जब हम कहते हैं मुंबई इन मिनट्स, तो इसका मतलब है कि शहर के एक कोने से दूसरे कोने तक की यात्रा 59 मिनट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। मुंबई की परिवहन व्यवस्था पर बढ़ते दबाव को कम करने के लिए 90 किलोमीटर से अधिक लंबी सड़कें बनाई जा रही हैं। पूर्व-पश्चिम संबंधों को मजबूत करने पर खास ध्यान दिया जा रहा है।
मुंबई की भौगोलिक स्थिति
मुंबई की भौगोलिक स्थिति, जहां तीन तरफ पानी है और बहुत अधिक लोग रहते हैं, मौजूदा परिवहन प्रणाली पर काफी दबाव डालती है। मुंबई रिंग रोड परियोजना इस दबाव को कम करेगी। हाल के वर्षों में ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए कई महत्वपूर्ण ढांचों का निर्माण किया गया है, जिनमें से कुछ कार्यरत हैं। अब शहर के भीतर भारी यातायात को मुख्य क्षेत्रों से दूर करने और यात्रा समय को कम करने का एक मेगा परियोजना का प्लान बनाया गया है। इस सड़क नेटवर्क से न केवल मुंबई का आर्थिक विकास तेज होगा, बल्कि आसपास के शहरी क्षेत्रों का भी विकास तेज होगा।