Nestle के प्रोडेक्ट कही आपके बच्चे तो नहीं खा रहे हैं, जरूर पढ़ लें यह खबर, भारत सरकार ने दिए जांच के निर्देश 
 

Nestle - हाल ही में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के अनुसार बेबी फूड प्रोडक्ट्स पर डबल स्टैंडर्ड का मामला उजागर हुआ है। बता दे की नेस्ले के निर्माता प्रोडक्टों पर अब FSSAI की कड़ी नजर बनी हुई है। आपका बच्चा तो नहीं खाता नेस्ले के प्रोडक्ट। साइंटिफिक कमेटी अब नेस्ले प्रोडक्ट की करेगी जांच करेगी

 

The Chopal : आप अपने नवजात बच्चे को हेल्दी फूड के नाम पर कहीं अनहेल्दी फूड तो नहीं खिला  रहे हो। अगर आप लोगों को लगता है की प्रोसेस्ड फूड नवजात बच्चों के लिए हेल्दी होता है तो आप पहले यह रिपोर्ट जरूर पढ़ लें। नेस्ले कंपनी भारत सरकार की जांच में आ चुकी है। डबल स्टैंडर्ड का मामला सामने आने के बाद FSSAI ने Nestle Products पर नज़र रखी है। माना जाता है कि कंपनी पर कार्रवाई हो सकती है अगर गड़बड़ी हुई।

अगर आपको लगता है कि आप अपने बच्चे को प्रोसेस्‍ड फूड के नाम पर हेल्दी भोजन खिला रहे हैं, तो आप यह रिपोर्ट पढ़ना बेहद जरूरी है। बच्चों का प्रोसेस् ड फूड बनाने के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी में से एक, Nestle, पर महत्वपूर्ण प्रश्न उठ रहे हैं।

बेबी फूड उत्पादों पर डबल स्टैंडर्ड का मामला सामने आने के बाद FSSAI अब नेस् ले उत्पादों पर भी नज़र रखता है। सूत्रों के अनुसार, इसकी जांच रेगुलेटर की साइंटिफिक कमिटी करेगी। सरकार ने भारत में बेचे जाने वाले शिशु के दूध में कथित तौर पर चीनी मिलाने की रिपोर्ट की जांच करने को कहा है।

दरअसल, पब्लिक आई नामक स्विस जांच संगठन की रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि एक नेस्‍ले कंपनी भारत में बेबी फूड में शूगर का प्रयोग कर रही है। केंद्र सरकार अब इन कंपनियों को निशाने पर ले आई है क्योंकि छोटे बच्चों को खाने में चीनी देना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है।

बेबी फूड के नमूनों की जांच-

उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के नियमों का पालन करते हुए सरकार नेस्ले के बेबी फूड के नमूनों की जांच केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) से करेगी। साथ ही, उपभोक्ता मामलों के विभाग और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के सीनियर ऑफिसर जल्द ही इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।

यूरोप और एशिया में क्‍या है नियम?

बच्चों के भोजन में अतिरिक्त शुगर का उपयोग अमेरिका और यूरोप में प्रतिबंधित है। यदि कोई संस्था इस नियम का उल्लंघन करती है तो उसे भारी जुर्माना लगाया जाएगा। भारत सहित एशियाई देशों में बेबी फूड में शुगर के प्रयोग पर जुर्माना नहीं है। बड़ी कंपनियां अक्सर इसका लाभ उठाती हैं।